IGS द्वारा ग्राम गोहनादेह माल विकासखण्ड सोहागपुर में “वीज़ महोत्सव” कार्यक्रम का आयोजन
28/06/24 को कार्यक्रम में ग्राम की 100 से अधिक महिलाओं एवं 30 पुरुषों ने भाग लिया, कार्यक्रम में जंगल की विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियां, जंगली पेड़ो के वीज़, भिन्न भिन्न प्रकार की भाजियां, कंद मूल फल, आदि के वीजों की प्रदर्शनी लगाई गई, प्रदर्शनी का उद्देश्य विलुप्त या कम उपलव्ध होने वाली प्रजातियों के वीजो आदि को प्रोत्साहन देना एवं नई पीढ़ी को इन वीजो के आयुर्वेदिक उपयोगों से अवगत कराना एवं मां नर्मदा जी के तट क्षेत्र में प्रारंभिक वर्षाकाल में रोपित करने हेतु वीजो का संग्रहण करना था ।
इस प्रकार जो वीज़ महोत्सव के कार्यक्रम में सूखे वीज़ प्राप्त हुए है उन्हें मा नर्मदा के तट क्षेत्र रायपेरियन जोन में लगाया जावेगा ।
जो वीज़, जड़ी, भाजी आदि एकत्रित हुए उनमें मेनहर, भंडारा, क्रशमाटी, रताडु, गठौरा, वैचाँद, काली एवं सफेद मूसली, जंगली लैसन, जंगली प्याज, इंगुआ, पंवार की भाजी, शकरकंद, तोन्दरी, इंडोरन, भष्मकन्द, ग्वारपाठा, अड़ंनाथ, कुल्लू की गाद, साले की गा द, किवलार की भाजी, फांग की भाजी, माट की भाजी, गठुआ, खुटला, पथरचता, रतनजोत, थूवड़, अर्जुन की छाल, मूंगा की छाल एवं वीज़, कनकटुआ की भाजी, क्रश माटी, रटाडू कन्द, चपत कन्द, वावुसिया, सेंमकन्द, रेनी, खिन्नी, आदा झाड़ा, हर्रा, वहीदा, अर्जुन, अमरवेल, गुरवेल, रामकन्द, सेमकन्द, रामफल, आकउआ जामुन, नीम, रीठा, छीन्दा, कनज़ी, मेहदी, कनेर, दोपहरी, क्योच, केम, कोशम की छाल, खकरा का फूल, खुटला की भाजी, इस तरह से 64 प्रकार के वीजो,भाजियों, कन्द, जड़ियों का संकलन किया गया एवं ग्राम वासियों ने इनके उपयोगों से आगन्तुकों को अवगत कराया,
कार्यक्रम में IGS के प्रोजेक्ट मैनेजर हरिओम गोस्वामी, FX धीरज, LSP, गजेंद्र ठाकुर, नरेंद्र सिंह ग्राम के स्कूल शिक्षकों की टीम, युवा ग्राम सरपंच, कुमारी शिवानी मेहरा , एवं ग्राम के 130 लोगों ने भाग लिया जिसमे 100 महिलाओं का कार्यक्रम में एक साथ भाग लेना और सहयोग करना सर्वोपरि रहा, इस कार्यक्रम में ग्राम के राधा स्वसहायता समूह, एवं निर्मल विकास सेवा समिति के सहयोग से IGS के द्वारा सम्पन्न कराया गया ।
गजेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा मंच संचालन एवं कार्यक्रम के ग्रामीण किसान संवाद किया जिसमें गजेन्द्र ठाकुर द्वारा ग्रामीण के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटी कंद एवं सभी बीज जो धरती से विलुप्त या काम हो रहे हैं उनको बचाने का प्रयास किया जाएगा, ग्रामीणों से बात की जिसमें उन्होंने बताया विगत चार दिवस से गजेंद्र ठाकुर के साथ मिलकर हम तैयारी कर रहे थे एवं ग्राम में बैठक संवाद एवं भ्रमण के दौरान एक सफल कार्यक्रम आयोजित हो पाया।
कार्यक्रम समापन में जिन महिलाओं ने महिलाओं ने सबसे अधिक एवं भिन्न-भिन्न प्रकार के बी लेकर आए थी उन महिलाओं को प्रथम द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया एवं उत्साहवर्धन किया गया कि आगामी यदि वह इस प्रकार की गतिविधि निरंतर तब उन्हें आगे भी प्रोत्साहित एवं सम्मानित किया जाएगा।