मढ़ई में हमलावर बाघ पकड़ा गया, वन विहार भोपाल भेजा गया
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई क्षेत्र में पिछले दो महीनों से दहशत का कारण बना 2 वर्षीय युवा नर बाघ आखिरकार वन विभाग की टीम के कब्जे में आ गया। इस बाघ ने अब तक दो चौकीदारों सहित एक अन्य युवक पर जानलेवा हमला किया था। हमलों के बाद से न केवल स्थानीय ग्रामीण बल्कि वन विभाग के कर्मचारी भी भय के साए में थे और जंगल में पैदल गश्ती लगभग बंद हो गई थी।
सहायक संचालक अंकित जामोद ने जानकारी दी कि पिछले चार दिनों से बाघ को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था। शुक्रवार को बड़ी मशक्कत के बाद टीम ने उसे ट्रेंकुलाइज (बेहोश) कर सुरक्षित रूप से पकड़ लिया। प्रारंभिक प्रयास के तहत बाघ को पहले कॉलर आईडी लगाकर उसकी लोकेशन पर नजर रखी गई थी, लेकिन एक युवक पर दोबारा हमले के बाद बाघ को रेस्क्यू करने का निर्णय लिया गया।
जामोद ने बताया कि पर्यटकों और वनकर्मियों की सुरक्षा प्राथमिकता है। इसी वजह से बाघ को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल भेजा गया है। वहां उसके स्वास्थ्य और व्यवहार पर लगातार नजर रखी जाएगी। यदि आने वाले महीनों में वह सामान्य जंगली बाघ की तरह व्यवहार करता है, तो उसे फिर से जंगल में छोड़ा जाएगा।
स्थानीय वनकर्मियों के मुताबिक, बाघ के पकड़े जाने से गश्ती कार्य और पर्यटकों की गतिविधियां अब सामान्य हो सकेंगी। वहीं, वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि जंगल क्षेत्र में सतर्क रहें और सुरक्षा नियमों का पालन करें।
रुपेश कुमार
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