ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
इस समय पूरे प्रदेश सहित नर्मदापुरम ज़िले में भी मूंग उपार्जन का मामला गर्माया हुआ है।एक तरफ़ जहां सरकार ने 19 जून से पंजीयन शुरू करने की बात कही है,वहीं किसान संगठनों ने भी कमर कसते हुए कहा है की मूंग ख़रीदी की नीति स्पष्ट होना चाहिए।सभी किसान संगठनों ने एक मत होकर सरकार के सामने खड़े होने का निर्णय लिया है।इसी तारतम्य में रविवार को नर्मदापुरम के एक निजी गार्डन में राष्ट्रीय मजदूर किसान महासंघ के आव्हान पर संयोजक जितेंद्र भार्गव के मार्गदर्शन में एक बैठक का आयोजन किया गया।
जिसमें सभी किसान संगठन मौजूद हुए।
किसान हित के आंदोलन में सभी साथ होंगे।
बैठक में मूंग खरीदी की स्पष्ट नीति सहित प्रति हेक्टेयर 15 कुंटल खरीदी,एवं अन्य विषयों पर चर्चा की गई। सभी संगठनों ने कहा कि किसान हित के आंदोलन में सभी साथ होंगे।
कौन कौन हुआ शामिल।
इस दौरान राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ,राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन,किसान स्वराज संगठन,भारतीय किसान यूनियन,किसान महापंचायत,मप्र ग्राम उदय से भारत उदय सहित अन्य संगठन के करीब 12 जिलो के किसान नेता एवं पदाधिकारी शामिल हुए,और एक स्वर में किसान हित में सभी ने मिलकर आवाज उठाने की बात कही।
क्या हैं संगठनों की मांग।
इसके साथ ही कहा कि बारिश को देखते हुए उपार्जन केंद्र ज्यादा बनाए जाएं,और सभी केंद्रों पर सर्वेयर के साथ एक किसान प्रतिनिधि रखा जाए।वहीं जिन किसानों ने मूंग मंडी में बेच दी है उन्हें भावांतर योजना का लाभ मिले।साथ ही खाद किसानों को जल्दी उपलब्ध कराई जाए।सभी संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द अपनी स्पष्ट नीति के आदेश निकाले जिससे मूंग खरीदी में किसानों को कोई दिक्कत ना हो।संयुक्त किसान मोर्चा ने निर्णय लिया है कि किसानों के हितों के लिए एकजुट होकर लड़ाई लड़ी जाएगी।