ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
इस समय नर्मदापुरम संभागीय मुख्यालय कई तरह के अवैध धंधों से सुसज्जित हो रहा है,जहां देखो अवैध कारोबारियों की धूम मची है,कहीं शराब माफिया,तो कहीं भू माफिया,वही सट्टा माफियाओं का साम्राज्य भी तेजी से कायम हो रहा है, जिसकी चपेट में आने से कई घर बर्बाद हो रहे हैं।
जुआरियों और सटोरियों की पसंद नर्मदापुरम,कौन चला रहा नेटवर्क।
बताया जा रहा है कि इन दिनों नर्मदापुरम शहर सटोरियों और जुआरियों की पहली पसंद बना हुआ है,सूत्रों के मुताबिक आदमगढ़,बजरिया, बालागंज,क्षेत्र सटोरियों की पहली पसंद बनी हुई है,यहां खुल्लम-खुल्ला धड़ल्ले से सटोरिये अपनी किस्मत आजमाते हैं।इनमें सबसे बड़ा नाम बालागंज के भगवानदास का है,जिसे इन कारनामों को लेकर जिला बदर भी किया गया था जो अभी-अभी जिला बदर से लौटा है,जिसने आते ही अपनी बिसात बिछाना शुरू कर दी है,विगत कुछ ही दिनो पहले इसके सरंक्षण में लाखों का जुआ खिलवाए जाने की ख़बर है।बताया जा रहा है कि इसका एक भाई अभी भी जिला बदर है लेकिन वह शहर में ही रहकर नेटवर्क मैनेज कर रहा है।
ख़बरीलालों का नेटवर्क,होती है पुलिस की मॉनिटरिंग।
देखने वाली बात यह भी है कि इन सट्टाकिंगो के आगे पुलिस इंटेलिजेंस भी बौनी साबित हो रही है,जबकि इन सट्टाकिंग की रियासत में खबरीलालों की फौज मौजूद है।थाना कोतवाली से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक की मॉनिटरिंग की जाती है,जैसे ही बेबस पुलिस इन क्षेत्रों की तरफ बढ़ती है हर चौक और चेक प्वाइंटों पर मौजूद खबरीलाल अपने आकाओं को पुलिस मूवमेंट की पूरी जानकारी देते हैं। इन खबरीलालों से निपटना पुलिस के लिए तू चल मैं आई वाली कहावत साबित हो रही है,और सट्टाकिंग अपना वर्चस्व बनाते जा रहे हैं।ऐसे ही आदमगढ़ में भी सट्टे का काम दिन पर दिन फल फूल रहा है।जिस पर नकेल लगाना पुलिस के लिए शायद नामुमकिन साबित हो रहा है।जबकि क्षेत्रीय विधायक लगातार इन अवैध माफियाओं से आम जनता को बचाने के लिए मोर्चा खोले हुए हैं,निरंतर अवैध कामों में लिप्त लोगों पर कार्यवाही के लिए प्रयास कर रहे हैं,इन सब के बावजूद अवैध माफियाओं पर नकेल कसना मुश्किल लग रहा है।
इनका कहना है।
में स्वयं बहुत चिंतित हूं कि हमारे समाज को यह माफियाओं के आका दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं। हमने कभी ऐसी ताकतों को बड़ने नहीं दिया है,हम आज भी इनको सर उठाने नहीं देंगे।हमने पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम को इन पर नकेल कसने को लेकर एक परामर्श भी दिया है।हमने पत्र लिखा है जिसके माध्यम से हमने उनसे कहा है कि पहले नगर सैनिकों की नियुक्ति की जाती थी जो अब खत्म कर दी गई है,उन नगर सैनिकों से पुलिस को इन अवैध कार्यों पर लगाम लगाने में सहायता मिलती थी,हमारी मांग है कि उन्हें सुचारु किया जाए ताकि हमारे समाज को इन अवैध माफियाओं से बचाया जा सके,
डॉ सीताशरन शर्मा
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक नर्मदापुरम।