ताज खान
नर्मदापुरम//इटारसी
संभागीय मुख्यालय नर्मदापुरम इस समय अवैध धंधों की चपेट में है,जहां देखें वहां अवैध कारोबार फल फूल रहा है,कहीं भू माफिया कहीं रेत माफिया,कहीं सट्टा किंग और इन सबसे ऊपर शराब माफिया है।अवैध शराब तो जैसे नर्मदापुरम शहर में सबसे आसानी से मिलने वाली वस्तु हो गई है।हर चौक चौराहों पर शराब माफियाओं के गुर्गे होम डिलीवरी देने को आतुर रहते हैं।शुक्रवार को नर्मदापुरम वार्ड 33 संजय नगर के वार्डवासी अवैध शराब माफियाओं से परेशान होकर कलेक्टर कार्यालय अपनी गुहार लेकर पहुंचे,जहां नायब तहसीलदार ने ज्ञापन लिया।वार्ड वासियों का कहना है कि ग्वालटोली क्षेत्र को शराब माफियाओं ने शराब तस्करी का अड्डा बनाया हुआ है,यहां हर 10 घर के बाद शराब परोसी जा रही है,जिससे हमारा जीना दूभर हो गया है,हमारे घरों से बच्चियों का निकलना स्कूल जाना मुश्किल होता जा रहा है,सामने स्कूल बाजू में मंदिर है जहां बच्चों को स्कूल और वार्ड वासियों को मंदिर जाना पड़ता है तो बीच में शराबियों से आमना-सामना होता है, हमारे घर के बच्चे भी कहीं शराब के शिकार ना हो जाएं हमें यह डर लगा रहता है। इस परेशानी के लिए हमने कई बार वार्ड पार्षद से लेकर पुलिस प्रशासन तक को सूचना दी हैं,लेकिन हमारी कहीं सुनवाई नहीं हुई है।
विधायक भी कर चुके हैं शिकायत
ज्ञात हो कि शराब माफियाओं के खिलाफ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक डॉ सीताशरण शर्मा ने भी कई बार मोर्चा खोलते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की है,जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना और ज्ञापन तक दिए हैं,इन शराब माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए अधिकारियों पर दबाव भी बनाया है।इसके बावजूद इन शराब तस्करों पर कोई नकेल नहीं लग पाई है,बल्कि अभी भी हर चौक चौराहों पर शराब परोसी जा रही है।
कैसे बनेगी धार्मिक नगरी की तस्वीर।
इसे प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही कहें या अनदेखी लेकिन इन सब के बीच नर्मदापुरम की जनता पिस रही है,बल्कि इस नर्मदापुरम नगरी को धार्मिक नगरी बनाने की कोशिशे चरम पर हैं,लेकिन जरा कल्पना करें,नशे में डूबी हुई धार्मिक नगरी की मूरत कैसी होगी।जहां मां नर्मदा की पवित्रता की सौगंध खाई जाती है और मां रेवा के दर्शन मात्र से पापों का नाश होता है।वहां उसी मां के आंचल में बैठकर जाम से जाम टकराए जाते हैं
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