ग्राम पंचायत अजेरा में पंचायत सचिव अजय पांडे द्वारा किया गया भ्रष्टाचार,
नियमों को ताक में रखकर पंचायत की राशि का किया दुरुपयोग,
ग्रामीणों के साथ लाखों की राशि का दुरुपयोग कर किया गया छलावा।
ग्राम पंचायत अजेरा पंचायत सचिव अजय पांडे द्वारा कई वित्तीय अनियमितता की गई, जिसके अंतर्गत पंचायत की 6 लाख 50 हजार की राशि का किया गया दुरुपयोग, ग्राम पंचायत सचिव अजय पांडे द्वारा नियमों को ताक में रखकर लाखों के बिल लगाए गए, जिसकी ग्रामीणों को जानकारी तक नहीं है, पंचायत सचिव द्वारा भारी वित्तीय अनियमितता को देखते हुए जनपद पंचायत सोहागपुर द्वारा कारण बताओ नोटिस भी दिया गया, जिसका अब तक पंचायत सचिव अजय पांडे द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया है, जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सचिव अजय पांडे द्वारा 6,50000 राशि का नियमों के विरुद्ध जाकर दुरुपयोग करने पर नोटिस जारी किया गया है, प्रशासन के नियम अनुसार पंचायत सचिव अजय पांडे पर हो सकती है कानूनी कार्रवाई, पंचायत सचिव अजय पांडे को संबंधित विषय पर अपना विषय रखने के लिए फोन कॉल भी किया गया, साथ ही ग्राम पंचायत अजेरा में भी पहुंचकर जानकारी लेनी चाही, परंतु ग्राम पंचायत सचिव अजय पांडे विगत कई दिनों से पंचायत में नियमानुसार उपस्थित नहीं होते हैं, ग्राम पंचायत सरपंच एवं ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत सचिव अजय पांडे को फोन किया जाता है तो वह फोन नहीं उठाते हैं, एवं कभी-कभार ही ग्राम पंचायत में उपस्थित होते हैं, ग्राम पंचायत में कौन से कार्य चल रहे हैं और कितना खर्च किया जा रहा है इसकी जानकारी पंचायत सचिव किसी को भी नहीं बताते हैं और यदि पूछने की कोशिश की जाती है तो लड़ाई झगड़े करने लगते हैं, एवं ग्रामीणों द्वारा यह भी बताया गया कि पंचायत सचिव अजय पांडे से किसी कार्य एवं योजना को लेकर बात करते हैं या जानकारी लेते हैं तो पंचायत सचिव अजय पांडे कहते हैं की मैं बनखेड़ी से आया हूं वहां के कई बाहुबलिओं से मेरी पहचान है, मैंने कई ग्राम पंचायतों में वहां पर काम किया है परंतु आज तक मुझसे किसी ने कुछ पूछने की हिम्मत नहीं की। नाम ना बताने की शर्त पर एक ग्रामीण ने गंभीर विषयों को मीडिया के साथ साझा किया।
वही ग्राम पंचायत सरपंच से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव जब हमारा ही फोन नहीं उठाते हैं तो ग्रामीणों का फोन क्या उठाएंगे, जब भी किसी कार्य के लिए फोन किया जाए तो कोई ना कोई बहाना कर देते हैं।
इन भारी लापरवाही ऊपर प्रशासन द्वारा अब क्या कार्यवाही की जाती है इसका ग्रामीणों को इंतजार है।
हमने ग्राम पंचायत अजेरा का भ्रमण किया था, जिसके अंतर्गत ग्रामीणों द्वारा गंभीर आरोप पंचायत सचिव पर लगाए गए थे, खबर के दौरान स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि ग्रामीणों का स्पष्ट रूप से कहना है कि पंचायत सचिव गांव में नहीं आते हैं ना ही गांव की समस्याओं पर काम करते हैं।
पंचायत द्वारा किए गए व्यय अनजान ग्रामीण, खबर भारत वर्ष द्वारा ग्राम पंचायत अजेरा अप्रैल 2022 से मई 2022 तक के ब्लॉक की सूची प्रकाशित की गई है।