ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
सोमवार को संभागीय मुख्यालय नर्मदापुरम पर अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी की अध्यक्षता में विकास कार्यों की संभागीय समीक्षा बैठक संपन्न हुई, जिसमे तीनों ज़िले के कलेक्टर सहित सभी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए।बैठक को संबोधित करते हुए श्री केसरी ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप संभाग एवं जिले में हो रही प्रगति एवं कार्य में आ रही बाधाओं की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को प्रस्तुत की जाएगी।उन्होंने बताया की कोई भी निर्माण कार्य में बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी।आवश्यक बजट एवं स्वीकृति के अभाव में कोई भी कार्य नहीं रुकेंगे।
विधायक ने उठाए गंभीर मुद्दे।
बैठक में विधायक डॉक्टर सीतासरन शर्मा ने एस्ट्रो ट्रफ की स्वीकृति एवं एक्सीलेंस स्कूल में 60% से कम अंक लाने वाले बच्चों के एडमिशन का मुद्दा उठाया,उन्होंने बताया कि स्कूल में सीट निर्धारित है,कम प्रतिशत वाले बच्चों का एडमिशन नहीं हो पा रहा है।विधायक ने नर्मदापुरम के भयावह मुद्दा ट्रेंचिग ग्राउंड की समस्या पर सबका ध्यान केन्द्रित करते हुए बताया की ये बेहद तकलीफ दायकहै जिससे पूरा शहर प्रभावित हो रहा है लेकिन इसका निराकरण शीघ्र ही होगा।इसके लिए मशीन आ गई है,और छह करोड़ रुपए की राशि भी आई है,जिससे वहां के लोगों को और पूरे शहर को धुएं और बीमारियों से राहत मिलेगी। विधायक ने कहा की ट्रेचिंग ग्राउंड में बाउंड्री वॉल बनाना आवश्यक है।डॉक्टर शर्मा ने बताया कि कालोनाइजरों पर रिकवरी निकलती है लेकिन वसूली नहीं हो रही है।उन्होंने स्ट्रीट डॉग की समस्या की ओर भी सभी का ध्यान आकर्षित कराया।
गरीबों के लिए विधायक हुए चिन्तित।
डॉक्टर शर्मा ने कहा कि गरीब लोग कचरा बीन कर गुजारा कर रहे हैं,उनके घर पर टीन शेड डाला गया है, उन्होंने उन गरीब लोगों को निराश्रित निधि से आर्थिक सहायता देने की मांग की जिसपर श्री केसरी ने कलेक्टर को निर्देश दिए की संपूर्ण मामले का परीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।बैठक में हाउसिंग बोर्ड के मकान में रहने वालों की समस्या के संबंध में जानकारी दी गई। वही खोजनपुर फेफरताल, किशनपुरा,मालाखेड़ी के निवासियों को आबादी के पट्टे देने की मांग की गई। बाढ़ प्रभावित लोगों के पट्टे देने की भी बात कही गई।कमिश्नर डॉक्टर पवन शर्मा ने बताया कि शासन के नियम के तहत पट्टे अभी नहीं दिए जा सकते हैं,फिर भी आवश्यक परिक्षण कर समस्या का उचित समाधान किया जाएगा।श्री केसरी ने जर्जर सरकारी आवास को तोड़ने के पूर्व सर्वे कर परीक्षण कराने के निर्देश भी दिए।