मेरा समाज संगठन द्वारा आज एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सोपा जिसमें संदेशखाली (पश्चिम बंगाल) में अनुसूचित जाति/जनजाति की महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न पर अविलंब कार्यवाही कर दोषियों तथा दोषियों को संरक्षण प्रदान करने वालों के विरुद्ध एट्रोसिटी एक्ट के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई किए जाने के संबंध निवेदन किया गया। इस दौरान मेरा समाज संगठन के जिला अध्यक्ष गोविंद मेहरा, पूरन मेहरा, अशोक नागा, जगदीश मेहरा, संजय मेहरा, अमित मेहरा उपस्थित रहे।
माननीय महामहिम महोदया जी,
बड़े खेद एवं दुखित मन के साथ आपको यह ज्ञापन प्रेषित किया जा रहा है कि संदेशखाली (पश्चिम बंगाल) में अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगों जिनमें महिलाएं एवं बालिकाएं भी शामिल हैं पर कई वर्षों से अविराम अत्याचार एवं अमानवीय व्यवहार तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उनके गुंडों द्वारा किया जा रहा है
संदेश खाली द्वीप जो पश्चिम बंगाल में आता है साथ ही कोलकता से यह 75 किलोमीटर दूर है के उत्तर में 24 परगना में सुंदरवन है जहां पर अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग कृषि व अन्य कार्य कर अपना जीवन यापन करते हैं उनकी जमीनों पर तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उसके गुंडों द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया है साथ ही क्षेत्र की बहुमूल्य संपदा की भी चोरी की जा रही है तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख के गुंडे जबरन घर-घर से महिलाओं तथा युवतियों को उनके द्वारा स्थापित कार्यालय व भवनों में ले जाकर बंधक बनाकर शारीरिक शोषण व अत्याचार करते है अपने ऊपर हो रहे इन अमानवीय अत्याचारों के विरुद्ध स्थानीय महिलाओं एवं बालिकाओं के द्वारा दिनांक 8/2/2024 को अपनी जान को जोखिम में डालकर जुलूस निकाल कर तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उसके गुंडों द्वारा किए जा रहे अत्याचार व अन्याय के खिलाफ जिला प्रशासन व शासन स्तर पर शिकायत की गई
माननीय महामहिम महोदया जी उक्त जुलूस में अनुसूचित जाति/जनजाति की महिलाओं एवं बालिकाओं के आक्रोश के परिणामस्वरुप पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल श्री सी. वी.आनंद बोस द्वारा उस क्षेत्र का भ्रमण/ दौरा किया गया तथा उनके द्वारा व्यक्त किया गया कि मैंने वहां पर जो देखा वह भयानक एवं भयावह है जिसने मुझे अंदर तक झकझोर दिया है मैंने वहां पर ऐसी बातें सुनी व देखी जिसे मुझे देखना व सुनना नहीं चाहिए वहां की स्थिति सभ्य समाज के लिए शर्मनाक होकर कलंक है
माननीय महामहिम महोदया जी कोलकता उच्च न्यायालय,राष्ट्रीय महिला आयोग एवं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग जैसे संवैधानिक संस्थाओं द्वारा भी इन घटनाओं पर गहरा रोष व्यक्त किया गया है राजनीतिक और धार्मिक कारणों से प्रेरित यह कृत्य पुलिस प्रशासन एवं पश्चिम बंगाल सरकार की नाकामी को भी उजागर करते हैं महिलाओं बालिकाओं और बच्चों के साथ बर्बरतापूर्वक व्यवहार, यौन उत्पीड़न, मारपीट की अनेकों घटनाएं लगातार निकलकर सामने आ रही हैं अपराधियों द्वारा जमीन हड़पने के कितने ही मामले लगातार उजागर हो रहे हैं इन घटनाओं स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल मे महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा स्थिति कितनी भयानक है कि कई दिनों से हो रहे अत्याचारों की घटनाओं के बाद भी पुलिस ने कोई एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की है राजनीतिक धार्मिक आर्थिक मुद्दों में महिलाओं एवं बच्चों एवं बालिकाओं को निशाना बनाना अत्यंत अमानवीय अपमानजनक एवं पीड़ादायक है हम इन दर्दनाक घटनाओं की घोर निंदा एवं विरोध करते है
हम सकल हिंदू समाज हितरक्षक मंच के द्वारा मांग करते है कि
1. राज्य शासन को सख़्ती के साथ निर्देशित किया जावे की तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उनके गुंडो के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के साथ अनुसूचित जाति व जनजाति संरक्षण अधिनियम के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज किये जावे
2. एक उच्च स्तरीय राष्ट्रीय जांच दल गठित कर संदेशखाली का भ्रमण व दौरा कर प्रतिवेदन मंगाया जावे तथा उक्त प्रतिवेदन पर तुरंत कार्रवाई कर दोषियों तथा उनका संरक्षण देने वालों को समुचित रूप से दंडित किया जावे
3. ऐसी व्यवस्था स्थापित की जावे की संदेशखाली के अनुसूचित जाति/जनजाति के समुदाय के लोग निर्भय होकर कर अपना व अपने परिवार का भरणपोषण कर सकें तथा समृद्ध, सभ्य व संगठित भारत की निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें
राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवअधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा इस गंभीर मामले मे दखल देने का हम स्वागत करते हैं।