ताज ख़ान
नर्मदापुरम //
नर्मदापुरम में माँ नर्मदा का सुप्रसिद्ध सेठानी घांट जो मेहज़ दो दिन पेहले नर्मदा जयंती पर दुल्हन की तरहा सजा हुआ था हर तरफ़ स्वछता की क़समे खिलाई जा रहीं थीं ज़िला प्रशासन की ख़ास कृपादृष्टी बरस रही थी,मुख्य नगरपालिका अधिकारी से लेकर हर छोटा बड़ा प्रशासन का नुमाइन्दा माँ नर्मदा के घांटो पर अपनी पैनी नज़र गड़ाए हुए था उसी माँ नर्मदा के सबसे बड़े सेठानी घांट पर विगत शनिवार से जगह जगह गन्दगी का ढ़ेर लगा हुआ है और तो ओर श्रद्धालुओं को भी इसी गन्दगी की हालत में माँ नर्मदा के दर्शन करना पड़ रहा है। ये स्थिति सोमवार तक बदल नहीं पाई है। वहीं ज़िला प्रशासन से लेकर नगर प्रशासन तक नगर वासियों को स्वछता की शपथ दिलाते नहीं चूकता है ख़ुद नगरपालिका की इस तरफ़ कोई कवज्जो नहीं जबकी ज्ञात हो की पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विगत वर्ष भी नर्मदा जयंती पर नगर वासियों को पाँच संकल्प दिलाए थे जिसमें स्वछता को प्राथमिकता से शामिल किया था।अभी अभी दो दिन पेहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी नर्मदा जयंती पर इसी सेठानी घांट पर लगे जल मंच से नर्मदापुरम को पवित्र नगरी कहा ओर माँ नर्मदा को स्वछ रखने पर ज़ोर दिया था,उसके उलट नर्मदा जयंती का आयोजन होते ही माँ नर्मदा के घांट बदहाली की दास्तान सुना रहे हैं ओर प्रशासन थक कर चूर गेहरी नींद में सो रहा है।