बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर द्वारा संविधान में विशेष तौर पर महिलाओं के लिए कानून बनाए गए, बाबासाहेब आंबेडकर का कहना था की यदि किसी समाज ने कितना विकास किया है, यह आपको देखना है तो उस समाज की महिलाओं को देखिए उन्होंने कितनी तरक्की की है, आज भारत में महिलाएं पुरुषों से कतई कम नहीं, देश की बेटियां जहां देश की सीमाओं की रक्षा कर रही हैं, तो वहीं हिमालय की चोटी पर दहाड़ रही है, तो कभी आसमान का सीना चीरते हुए लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं, यदि देखा जाए तो संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर देश में महिलाओं की स्थिति को सुधारने में कोई कसर नहीं छोड़ी, अपने परिवारों का प्रतिनिधित्व करते हुए संपूर्ण देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, वहीं एक तबका ऐसा भी जो सामान्य समाज से भिन्न दिखाई दे रहा था, संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा समानता का अधिकार देने के बाद आज देश में लगभग काफी हद तक समाज एकजुट दिखाई दे रहा है, भेदभाव जैसी कुरीति समापन की ओर अग्रसर है |
सोहागपुर में संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती पर नए बस स्टैंड से कोर्ट चौराहे तक शोभायत्रा निकाली गई जिसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधि शामिल हुए।