श्रीराम की मोहनी सूरत देख निहाल हुई जनकपुरी,आज निकलेगी राम बारात।

  • श्रीरामलीला के मंच से हुआ मतदान करने के लिए प्रेरित करने वाला कठपुतली नृत्‍य,
  • गांधी मैदान और वीर सावरकर दशहरा मैदान में मंचित हो रही श्रीरामलीला में हुआ अहिल्‍या उद्धार, जनकपुरी भ्रमण का मंचन,

ताज ख़ान
इटारसी //
नगरपालिका परिषद इटारसी द्वारा सांस्‍कृतिक राष्‍ट्रवाद की पवित्र भूमि पर आयोजित श्रीरामलीला दशहरा महोत्‍सव के अंतर्गत तीसरे दिन श्रीराम द्वारा देवी अहिल्‍या का उद्धार, जनकपुरी से ऋषि विश्‍वामित्र को मिले आमंत्रण और श्रीराम व लक्ष्‍मण के जनकपुरी भ्रमण की कथा का शानदार मंचन हुआ।
गांधी मैदान में कथा का मंचन श्रीबाल कृष्‍ण लीला संस्‍थान वृंदावन द्वारा किया जा रहा है, तो वीर सावरकर दशहरा मैदान पुरानी इटारसी में श्री जगदम्‍बा रामलीला मंडल मैहर सतना द्वारा कथा का मंचन हो रहा है।दोनों ही स्‍थानों पर लीला के दौरान जब गुरु विश्वामित्र श्रीराम और लक्ष्मण के साथ जनकपुरी पहुंचते हैं तो प्रभु श्रीराम की मोहनी सूरत देखकर पूरी जनकपुरी निहाल हो जाती है।माता जानकी की सखियां प्रभु श्रीराम को निहारने लगती हैं।पूरी जनक नगरी खुशी से झूम उठती है। उधर, राजा जनक स्वयंवर की तैयारी में जुटे हुए हैं।
इसके पहले वन में अहिल्या उद्धार का दृष्टात दिखाया गया। गुरु विश्वामित्र की सेवा में राम लक्ष्मण तल्लीन रहते हैं। इसी दौरान जनक पत्रिका मिलती है जिसके माध्यम से सीता स्वयंवर के लिए आमंत्रित किया जाता है। सीता स्वयंवर के लिए राजा जनक के दरबार में गुरु विश्वामित्र जाने का निर्णय लेते हैं। इस दौरान राम लक्ष्मण भी जनक बाजार देखने का आग्रह करके साथ में प्रस्थान करते हैं। गंगाघाट पर स्नान करने पहुंचते हैं। घाट पर सभी पंडों का जमघट लगता है। सभी अपने-अपने घाट पर भगवान राम से स्नान के लिए आग्रह करते हैं परंतु गुरु विश्वामित्र कहते हैं कि जो राम की वंशावली बताएगा उसी के घाट पर स्नान करेंगे। इस पर पंडों के बीच मौजूद राघव पंडा भगवान राम की वंशावली बता ले जाता है और उसी के घाट पर भगवान राम स्नान करते हैं। वहीं दूसरी ओर रास्ते में सदियों पहले से श्रापित होकर पत्थर के रूप में पड़ी अहिल्या भगवान राम के चरण स्पर्श होते ही सुंदर स्त्री के रूप में बदल जाती हैं। जिन्हें यह अभिशाप मिला था कि त्रेता युग में भगवान राम व लक्ष्मण के द्वारा ही उद्धार होगा और इस तरह से पत्थर पड़ी अहिल्या एक सुंदर सी स्त्री का रूप पाकर भगवान राम का दर्शन किया। जनकपुर बाजार पहुंच कर भगवान राम व लक्ष्मण बाजार में दूर दराज से आए दुकानों को देखते हैं। बाजार की रौनक इस कदर थी कि सभी लोग अभिभूति हो गए।
बाक्‍स-
नगरपालिका अध्‍यक्ष ने देखी रामलीला-
नगरपालिका अध्‍यक्ष पंकज चौरे ने गांधी मैदान पर बैठकर रामलीला का मंचन देखा। इस दौरान पार्षद जिमी कैथवास सहित अन्‍य मौजूद थे। इसके अलावा पुरानी इटारसी रामलीला का मंचन देखने भी नपाध्‍यक्ष पहुंचे।
बाक्‍स- श्री राम बारात आज
नगरपालिका परिषद द्वारा आयोजित श्रीराम लीला दशहरा महोत्सव के तहत श्री रामलीला मंचन में भगवान श्री राम और माता सीता के शुभ विवाह की पावन घड़ी आ गई है।
गांधी मैदान में चल रही रामलीला में 19 अक्टूबर दिन गुरुवार को शाम 06 बजे श्री द्वारिकाधीश मंदिर से राम बारात निकलेगी जो मुख्य मार्गों से होकर गांधी मैदान पहुंचेगी।
इसी तरह वीर सावरकर दशहरा मैदान में आयोजित रामलीला में 20 अक्टूबर दिन शुक्रवार को शाम 06 बजे श्री राम बारात निकलेगी। यहां पर श्री देवल मंदिर से भगवान की बारात वीर सावरकर मैदान पहुंचेगी।
बाक्‍स-
मध्‍यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान के लिए नगरपालिका परिषद इटारसी लगातार प्रयास कर रही है। आज यहां गांधी मैदान पर कलाकारों ने कठपुतली नृत्‍य करके दर्शकों से मतदान करने की अपील की। कठपुतली संवाद के माध्‍यम से बताया गया कि मतदान क्‍यों जरुरी है।

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