सात दिनो से धरने पर बैठे आदिवासी परिवार को समझाने पहुंचे अधिकारी,
पीड़ितों को नहीं है भरोसा कार्यवाही के बाद धरना समाप्त करने की बात कही।
ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
आदिवासियों के लिये प्रदेश सरकार पैसा एक्ट जैसे कानून बना रही है और आदिवासी समाज को उनके हक और अधिकार दिलाने की बात कह रही है,लेकिन दबंगों के आगे पैसा एक्ट दम तोड़ रहा है। दरअसल नर्मदापुरम जिले की सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र के माखननगर तहसील के ग्राम खिडिय़ा के आदिवासी अपनी मांगों को लेकर 7 दिनो से कलेक्ट्रेट के सामने स्थित पीपल चौक पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। आदिवासियों ने कमिश्नर, कलेक्टर,आईजी और एसपी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।आदिवासियों का कहना है कि हम गांव के दबंग और रसूखदार जीवन लाल मीणा से प्रताडि़त हैं।जीवनलाल मीणा के रसूख के आगे पुलिस, तहसीलदार,जिला शिक्षा अधिकारी,एसडीएम से हमें कोई मदद नहीं मिल रही है। हम प्रताडि़त हैं, हम पर पैसा एक्ट लागू नहीं है।रविवार को कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार सहित सोहागपुर एसडीओपी चौधरी समर सिंह,एसडीओपी पराग सैनी,कोतवाली टीआई दलबल के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और आदिवासी परिवार की बात सुनी। इस दौरान एसडीओपी समर सिंह ने उन्हें दो दिन में कार्यवाही करने का आश्वासन देते हुए धरना समाप्त करने की बात कही। लेकिन आदिवासी परिवार धरना प्रदर्शन समाप्त करने को राज़ी नहीं हुआ।परिवार का कहना है कि पहले कार्यवाही की जाये, उसके बाद धरना समाप्त किया जायेगा।