दलित अत्याचार का केंद्र बना मध्य प्रदेश, दलित होरहे हैं उत्पीड़न के शिकार -इंजीनियर अजय अहिरवाल।

ताज ख़ान
इटारसी //
मध्यप्रदेश मे लगातार दलित समाज के लोगो पर अमानवीय घटना घटित हो रही है जिनको लेकर गुरूवार को राज्यपाल महोदय के नाम इटारसी एसडीएम को कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष इंजीनियर अजय अहिरवार के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। उत्पीड़न किस किस तरीके से किया जारहा है ये बताते हुए श्री अहिरवार ने बताया की,

  1. भोपाल के ग्राम चोपडाकलॉ मे ग्राम कोटवार के साथ मानव समाज को कलंकित करने वाली घटना घटित हुई जिसमे युवक के साथ मारपीट की गई ओर उसके ऊपर पेशाब की गई, यह घटना यह दर्शाती है कि शिवराज सरकार दलित समाज के लोगो को कानूनी तोर पर संरक्षण प्रदान करने मे असफल साबित हो रही है।
  2. , सागर खुरई के ग्राम बडोदिया मे नितिन अहिरवार युवक की हत्या की गई इस घटना मे भाजपा नेता आरोपी है, जिसकी एफ.आई. भी दर्ज नही हो सकी युवक की मॉ पुत्र कि हत्या के न्याय के लिये गुहार लगाती रही लेकिन कोई सफलता उन्हे नहीं मिली ओर युवक की मॉ को दबंगो द्वारा निवस्त्र कर अपमानित किया गया है,यह घटना नारी सम्मान को गहरी चोट,पहुचाती है।
  3. ग्राम सेमरी के जमनिया में सौरभ अहिरवार युवक की दिन दहाडे चाकू मारकर हत्या कर दी जाती है जिसमे दबंग लोग शामिल है कुछ गिरफतार हो चुके है कुछ अभी खुले आम घूम रहे है।इस घटना की जाँच कर आरोपियों को गिरफ्तार कर सजा दिलाई जायें।
  4. बनखेड़ी के ग्राम डूमर में दलित परिवार के 05 बच्चो की नदी मे डूबने से मृत्यु हो गई, क्योंकि अवैध उतखनन हो रहा है जिसकी ज़िम्मेदारी प्रशासनकी है, जिसमे प्रत्येक बच्चे के परिवार को मुख्यमंत्री ‘द्धारा 25लाख रूपये का मुआवजा प्रदान किया जाये इसकी मांग करते है।

5.संत महात्माओ की परम्परा को आगे बडा रहे प्रसिद्ध कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री जो जन कल्याण का उपदेश अपनी कथा के माध्यम से पहुचाते है वही विगत माह मे उनके द्वारा अपनी कथा मे विशेष जाति बसोर जो अनुसूचित जाति मे आती है का उल्लेख जातिगत छुआछूत को दर्शाते हुये किया गया उनके ऊपर जातिगत भेदभाव को बढाने के संबंध में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के तहत मामला पंजीबद्ध किया जावे।
इस ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग जिला अध्यक्ष अजय अहिरवार ने भाजपा सरकार को करारा जवाब देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश के अपराधी दबंग बेखौफ होकर दलित आदिवासी समाज के लोगो पर अत्याचार, मारपीट, हत्या, अमर्यादित शब्दो का प्रयोग अमानवीय घटनाओं को अंजाम दे रहे है,पुलिस प्रशासन कानून व्यवस्था का जरा सा भी भय नहीं है,भाजपा के संरक्षण में पल रहे अपराधी किस्म के दबंगो को बिल्कुल भी नही है, कानून व्यवस्था उनके हौसलो के आगे लाचार पड़ी है बहुत ही शर्मनाक है कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा प्रदेश की कानून व्यवस्था की तारीफों के पुल बांधते नहीं चूकते वहीं प्रदेश की राजधानी भोपाल में उनके नाक के नीचे एक कोटवार युवक पर पैशाब करने की घटना घटित होती है, जिसमे भाजपा नेता का शामिल होना संदिग्ध पाया जाता हैं इन सारी घटनाओ से पूरे दलित समाज मे भय ओर आक्रोश का वातावरण निर्मित है। प्रदेश में दलित आदिवासी समाज के लोग भाजपा की तानाशाही सरकार को अपने वोट से उखाड़ फेकेंगे और कांग्रेस की सरकार बनते ही दलित आदिवासियों के सम्मान का कार्य किया जायेगा। ज्ञापन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक अहिरवार जी, संजय गोठी ,मोहन झलिया, ,पंकज राठौड़, बाबू चौधरी, केलु उपाध्याय,मयूर जायसवाल, अशोक जैन, अजय टप्पू मिश्रा, पप्पी कलोसिया, अनूप गांचले, सनत चौधरी, अवध पांडे, संतोष बामने, कृष्णा चौधरी, सचिन मेहरा, आकाश कुशराम, समीर परते ,रवि अहिरवार, श्याम अहिरवार,सोनू बकोरिया, मुकेश चावरिया, हिमांशु चौधरी,नेहा चावरे , प्रकाश कंथेले, महेंद्र बरखने, कन्हैया बामने, गोल्डी चौधरी, इरशाद अहमद सिद्दीकी, सौम्य दुबे,गोल्डी बैस,नरेश चौहान, अजय सरेयाम, श्रीमती लक्ष्मी जावलकर, दुर्गा गावंडे, अशोक बरखने जनपद सदस्य, मंजू कहार, पिंकी उइके, ललिता धुर्वे, हषर्ल चौधरी, प्रदीप अहिरवार, अभिषेक अहिरवार, नर्मदा प्रसाद मंडले, क्रांति विसारिया, मुकेश झाराने, भगवान दास बामने, सुशील बास्तरवार, पुरुषोत्तम धुर्वे, रमेश प्रधान, पंकज पटेल, संतोष गुरयानी, शैलेंद्र पाठक, आदि सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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