ताज ख़ान
नर्मदापुरम //
खरीदी में गड़बड़ी तौल में किसानों से लूट ली 800 क्विंटल मूंग,सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे समिति प्रबंधक व भाजपा नेता के काले कारनामे नर्मदापुरम सरकारी मूग खरीदी केंद्रों में समिति प्रबंधकों की मिलीभगत से मूंग खरीद कर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार माखननगर तहसील के अंतर्गत ग्राम गनेरा एकलव्य एवं राधेकृष्ण वेयरहाउस में मूंग उपार्जन की तुलाई के दौरान 800 क्विंटल किसानों की मूंग चोरी की गई है। जिसकी पीडीएफ फाइल सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आई है। यह चोरी दिल्ली के हम्मालों के द्वारा कराई जा रही है।
दरअसल वाट्सअप ग्रुपों पर 12 पेज की एक पीडीएफ फाइल जमकर वायरल हो रही है। जिसमें किसानों के साथ की गई मूंग की लूट में माखननगर के एक भाजपा नेता का हाथ बताया जा रहा है। साथ ही पूर्व में हरिओम का भाई राजकुमार उपार्जन कार्य के दौरान रंगे हाथों पकड़ा गया था, जिसका प्रकरण भी चल रहा है। फिर भी इनको सरकारी खरीदी की पात्रता मिल गई। इतनी बड़ी मात्रा में किसानों के साथ लूट होने के बाद प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। यह सवाल उठाए गए हैं। 12 पेज की पीडीएफ फाइल में समिति प्रबंधक एवं उसके भाई के कारनामों को उजागर किया गया है। फाइल में यह भी बताया गया है कि सत्ताधारी जनप्रतिनिधि का भाजपा नेता व समिति प्रबंधक को संरक्षण प्राप्त है। यही कारण है कि कार्रवाई आगे नही बढ़ पा रही है एवं मूंग उपार्जन में किसानों के साथ लूट की जा रही है। एकलव्य में गनेरा तो राधेकृष्ण वेयरहाउस पर बागलखेड़ी समिति कर रही है खरीदी जानकारी के अनुसार इन दोनो खरीदी केंद्रों पर तुलाई के लिए दिल्ली से हम्माल बुलाए गए हैं। बस यही हम्माल किसानों को खाली बोरे गिनवा कर स्टेक में जमवाते समय ज्यादा बोरे भरकर रखवा देते हैं। उदाहरण के लिए किसी किसान की मूंग तुलाई के लिए पहले 25 बोरे खाली उसको दिखा दिए। जिसके बाद स्टेक पर 28 से 30 बोरे किसान की मूंग भरकर रख दी जाती है। किसान को गुमराह कर दिया जाता है।
जनप्रतिनिधियों का मिला संरक्षण
माखननगर के किसानों का कहना है एक भाजपा नेता व हरिओम को जनप्रतिनिधि का संरक्षण मिला हुआ है। इसलिए शासन प्रशासन कोई सुनवाई नही करता। जबकि पूर्व में समिति प्रबंधक हरिओंम व उसके भाई राजकुमार पर गबन के मामले दर्ज हैं, पर कार्रवाई की जगह उसी प्रबंधक को खरीदी का काम मिलता है।
*करोड़ो का आसामी बना समिति प्रबंधक*
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि समिति प्रबंधक हरिओम व उसके परिवार के सदस्य करोड़ो की संपत्ति के मालिक बन गए हैं। फर्श से अर्श तक कैसे पहुंचे, इसकी जांच होनी चाहिए। लोगों का कहना है कि भाजपा नेता ने लोगों को दिखाने के लिए मात्र होशियारी से खुद व अपने परिवार को खरीदी से दूर रखा है, जबकि काले कारनामों में पर्दे के पीछे का मास्टरमांइड वो ही है। यदि नियमानुसार जांच की जाए तो दूध का दूध सामने आ जाएगा। लेकिन दोनो समितियों की जांच करने की प्रशासन हिम्मत नहीं कर पा रहा है।
इनका कहना
मामले की जानकारी नहीं हैं, यदि शिकायत आती है या दस्तावेज मिलते हैं तो जांच करा ली जायेगी। वहीं किसानों का मूंग का भुगतान 28 तरीख तक कर दिया जायेगा।
जे.आर. हेड़ाऊ, उपसंचालक कृषि
इस संबंध में समिति प्रबंधक हरिओम के मो. 8959879827 पर संपर्क करना चाहा, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।