शिक्षकों की लाखों की पेमेंट फिर भी नहीं निभा रहे जिम्मेदारी, औपचारिकता निभाने एवं नाम मात्र के लिए उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं शिक्षक,
शिक्षा विभाग पर नर्मदापुरम कलेक्टर सिंह की कार्रवाई के बाद बीआरसी रघुवंशी द्वारा जन शिक्षक को निर्देश दिए गए कि वे स्कूलों का भ्रमण कर स्कूल की फोटो भेजें एवं निरंतर निगरानी करें, लखन अहिरवार एवं मैथलीशरण पटेल किया गया निरीक्षण, जिसके चलते यशोदा साहू निमोरा प्राथमिक शाला, रितु परसाई मगरिया माध्यमिक शाला, भुवनेश रघुवंशी माध्यमिक शाला रानी पिपरिया, संतोष सरसैया प्राथमिक शाला रानी पिपरिया, बलराम मालवीय प्राथमिक शाला रानी पिपरिया, हेमलता जागेत प्राथमिक शाला रानी पिपरिया, एवं समस्त स्टाफ बरुआढाना माध्यमिक शाला कारण बताओ नोटिस दिए। बरुआढाना पूरा स्टाफ निरीक्षण के दौरान बंद पाया गया। यही कारण है कि शासकीय स्कूलों शिक्षा का स्तर कम होते जा रहा है और निरंतर बच्चों की दर्ज संख्या घट रही है, कहीं पूरा स्टाफ अनुपस्थित है तो कहीं गैर जिम्मेदार शिक्षक मौज उड़ा रहे हैं, जबकि प्रशासन द्वारा इन शासकीय शिक्षकों को एक मोटी तनख्वाह मिल रही है, शिक्षकों के बच्चे तो प्राइवेट स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं वही गरीब परिवारों के बच्चे शिक्षा के लिए जिन संस्थानों में पहुंच रहे हैं वे शिक्षक अपनी जिम्मेदारी से कोसों दूर है क्योंकि उनके स्वयं के बच्चे प्राइवेट स्कूल में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, शासकीय स्कूलों में निरंतर घट रही दर्ज़ संख्या वर्तमान में भ्रमण के दौरान यह तक देखा गया है कि शासन के मानदंड अनुसार बच्चों को शिक्षा नहीं मिल रही है कई स्कूलों में तो यहां तक देखा गया है कि कक्षा पांचवी के बच्चे अ – अ: तक ठीक से नहीं पढ़ पा रहे। शिक्षा स्तर निरंतर शासकीय स्कूलों में लगता प्रतीत हो रहा है।