ताज ख़ान
इटारसी //
लोकतंत्र के महापर्व में अपनें योगदान के जज्बे के सामने इटारसी के एक परिवार ने अपने महान व्यक्तिगत दुःख को नज़र अंदाज़ कर मतदान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की अनूठी मिसाल पेश की है।
हुसैनी मोहल्ला निवासी ताहिर शाह उम्र 27 वर्ष की बीमारी के कारण शुक्रवार सुबह मृत्यु हो गई थी,पूरा परिवार शोक में डूब गया पिता मनज़ूर शाह,दिव्यांग बहन सबीना शाह और मां का हाल बुरा था लेकिन लोकतंत्र के महापर्व का मौका था पूरे परिवार ने यह निर्णय लिया कि बेटा और बहन का भाई तो दुनिया को अलविदा कहा गया लेकिन लोकतंत्र के महापर्व पर अपनी जिम्मेदारी को निभाने का जज़्बा था। जिस कारण जुमे की नमाज के बाद घर से जवान बेटे का जनाज़ा रवाना हुआ कफन दफन के बाद जब पूरा परिवार वापस आया तो निर्णय किया कि बेटे की आखिरी क्रिया के बाद अब देश के लिए और संविधान के लिए अपने मत अधिकार का भी प्रयोग कर देश निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
ताहिर के पिता माता और दिव्यांग बहन ने बूथ पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर गर्व के साथ मत किया।
इनका कहना
ताहिर के पिता ने कहा कि हमें बेटे का ग़म है लेकिन देश और प्रदेश को हमारी जरूरत है, इसलिए हनें अपने मत को देश- प्रदेश हित में किया है,एक तरफ बेटे का गम है दूसरी तरफ देश का प्रेम है दोनों अपनी जगह बेहद जरूरी है।