ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
नर्मदापुरम ज़िले की बदहाली की सूरत इसी बात से आंकी जा सकती है कि ज़िला मुख्यालय और ऊपर से आला अधिकारियों का जमावड़ा उसके बावजूद बदहाल व्यवस्थाओं की भेंट चढ़ते आम नागरिक।पवित्र नगरी के नाम से पहचान दिलाने की कोशिशों की धरातल पर स्थित बिल्कुल विपरीत है। नर्मदापुरम नगर में लगातार मां नर्मदा के भक्तों का तांता लगा रहता है।बात करें सर्किट हाउस के पास पीडब्ल्यूडी ऑफिस के सामने की जहां नर्मदा में स्नान और भंडारे के लिए पूरे ज़िले भर से लोग इकट्ठा होते हैं,जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल होते हैं।यह सिलसिला लगातार चलता रहता है लेकिन यहां आने वालों के लिए कोई सुविधा नहीं दी हुई है,खास तौर पर चलित शौचालय या नगर पालिका की तरफ से प्लास्टिक यूरिनल तक नहीं रखा गया है। पिचिन घाट के पास एक प्लास्टिक शौचालय है,जो कि टूट रहा है जिसमें महिलाओं वाले ब्लॉक में तो दरवाज़ा तक नहीं है,और इस तरफ नगर पालिका के कोई अधिकारी या किसी कर्मचारी का कोई ध्यान भी नहीं है। लोग आते हैं लेकिन शौचालय का प्रबंध नहीं होने से बेहद परेशान होते हैं,पुरुष तो जैसे तैसे मैनेज कर लेते हैं लेकिन महिलाओं के लिए कुछ भी व्यवस्था नहीं की हुई है,जिससे उन्हें बहुत परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। ये तब है जब मातृशक्ति की मुंह भर भरकर बातें की जाती हैं लेकिन उनकी सुविधाओं के लिए नगर पालिका नर्मदापुरम फिसड्डी है।
इनका केहना है
हमारे पारिवारिक और सामाजिक कार्य और भंडारे यहीं पर होते हैं आज से नहीं कई वर्षों से हम लोग यहां आकर मां नर्मदा का दर्शन करके लाभ प्राप्त कर यहां पर भंडारे करते हैं लेकिन यहां पर किसी भी तरीके की कोई व्यवस्था नहीं है महिलाएं बहुत परेशान होती हैं,
संदीप चौधरी
रायपुर(नर्मदापुरम)
इनका केहना है
आपके ज़रिए यह बात हमारे सामने आई है,हम संज्ञान में लेकर सुविधाओं को दुरूस्त करेगें,नागरिकों की सुविधा हमारी प्राथमिकता है,
हेमेश्वरी पटले
मुख्य नगरपालिका अधिकारी नर्मदापुरम।