सीईओ जिला पंचायत सोजान सिंह रावत ने किया ग्राम पंचायतों में निराश्रित गौवंश हेतु की जा रही व्यवस्थाओं का निरिक्षण।

ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
निराश्रित गौवंश के व्यवस्थित रख रखाव के संबंध में शासन स्‍तर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जिले की निजी व शासकीय गौशालाओं में क्षमता अनुसार गौवंश की उपस्थिति सुनिश्वित करने के बाद निराश्रित गौवंश हेतु अस्थाई आश्रय स्थलों को भी चिन्हांकित किया गया है। नर्मदापुरम शहरी क्षेत्र के मुख्य मार्गों पर उपस्थित निराश्रित गौवंश हेतु ग्राम पंचायत डोलरिया की पुरानी अनुपयोगी उप कृषि उपज मंडी को चिन्हित कर वहां पर वर्तमान में लगभग 200 पुशुओं को व्यवस्थित रूप से रखा गया है।उक्त‍ स्‍थल का निरीक्षण सीईओ जिला पंचायत सोजान सिंह रावत द्वारा पुशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से किया गया।निरीक्षण के दौरान सीईओ जनपद पंचायत हेमंत सूत्रकार ने बताया कि उक्त परिसर 14 एकड़ का है,यहां पर 10 दिवस पूर्व पर्याप्त घांस होने के कारण पशुओं का परिवहन किया गया था तद्उपरांत जिला पंचायत सदस्य शिवा राजपूत द्वारा व्यक्तिगत रूचि ली और गोवंशों की सेवा का कार्य लगातार किया जा रहा है। श्री सूत्रकार ने बताया कि वर्तमान में पशुओं हेतु पर्याप्त भूसे एवं पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।कवर्ड कैंपस होने के कारण पशुओं की मुख्य मार्गों पर आवाजाही बंद हुई है,एवं वर्तमान में 200 से 300 पशुओं को और रखा जा सकता है।भ्रमण के दौरान उपस्थित उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉक्टर संजय अग्रवाल द्वारा बताया गया कि पशुपालन विभाग द्वारा नियमित रूप से पशुओं का टीकाकरण एवं स्‍वास्‍थ्‍य परीक्षण किया जा रहा है।श्री अग्रवाल ने बताया कि यह स्थल पशुओं हेतु पूरी तरह उपयुक्‍त है ।सीईओ श्री रावत के द्वारा डोलरिया के बाद ग्राम पंचायत साकेत के ग्राम बम्हनगांव खुर्द में नव निर्मित शासकीय गौशाला का निरीक्षण किया गया।उक्त गौशाला के संचालन को त्वरित रूप से प्रारंभ करने के निर्देश दिये गए।ज्ञात हो कि उक्त गौशाला का संचालन नगर पालिका परिषद इटारसी के द्वारा किया जाना है।संचालन के अनुबंध प्रक्रिया में विलंब होने के कारण श्री रावत के द्वारा नाराज़गी ज़ाहिर की गई व निर्देश दिये कि गौशाला की क्षमता अनुसार 03 दिवस में निराश्रित गौवंशों की उपस्थित सुनिश्चित की जाये। रेसलपुर की उप कृषि उपज मंडी का निरीक्षण भी इटारसी मुख्य मार्ग के पशुओ को रखने हेतु किया गया। सीईओ ज़िला पंचायत द्वारा पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि टैग किये गए पशु यदि निराश्रित मिलते है तो उनके मालिकों पर जुर्माना लगाया जाए भ्रमण के दौरान परियोजना अधिकारी मनरेगा अभिषेक तिवारी,सीईओ जनपद पंचायत हेमंत सूत्रकार,पशु चिकित्सा विभाग से डॉक्टार संजय अग्रवाल,सहित ग्राम पंचायत स्तरीय अमला मौजूद रहा।

Similar Posts

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
error

Enjoy this blog? Please spread the word :)