सिवनी मालवा में सी.एम.ओ का वीडियो बनाने का मामला आदिवासी महिला का वीडियो बनाना और सोशल मीडिया पर वायरल करना है अपराध दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी ने लगाया था आरोप,

ताज ख़ान
सिवनी मालवा//
सिवनी मालवा नगरपालिका की सीएमओ शीतल भलावी का दैवेभो कर्मचारी द्वारा वीडियो बनाना अपराध की श्रेणी में आता है। ज्ञात हो कि सीएमओ पर कर्मचारियों ने मासआहार बनवाने का आरोप लगाया था। इसके बाद यह मामला गरमा गया और ब्राह्मण समाज ने  सी.एम.ओ को हटाने के लिए ज्ञापन सौंपा।वहीं सी.एम.ओ शीतल भलावी ने भी पुलिस थाने में जाकर जांच के लिए आवेदन दिया कि कर्मचारी ने मेरे कमरे में घुसकर वीडियो बनाया,यह गलत है इसकी जांच होना चाहिए।

तत्कालीन प्रभारी सीएमओ का हो सकता है खेल,
इस पूरे मामले में अब नया मोड़ आते दिख रहा है। इस मामले को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष और तत्कालीन सी.एम.ओ जो कि वर्तमान में टिमरनी में पदस्थ हैं । वे अपने मूल पद आर आई के पद पर पदस्थ हैं। इसके पहले भी सिवनी मालवा में प्रभारी सीएमओ थे।मैडम पीएससी होल्डर है और उनके यहां पदस्थापना हुई है। सीएमओ के आने से उन्हें यहां से जाना पड़ा था।यह खेल आदिवासी महिला के साथ खेला जा रहा है, कि उन्हें यहां से हटा दिया जाए और मैं फिर से यहां आकर नगर पालिका सिवनी मालवा में पदस्थ हो जाऊं।बता दें कि पूर्व नगर पालिका सी.एम.ओ वर्तमान में सिवनी मालवा में ही रह रहे हैं और यहां से वह अप डाउन करते हैं।इनका ही कुछ खेल इसमें बताया जा  रहा है ।

मोबाइल की लोकेशन और कॉल डिटेल की होना चाहिये जांच,

किसी आदिवासी महिला अधिकारी का वीडियो बनाना और सोशल मीडिया पर वायरल करना यह अपराध की श्रेणी में आता है।ऐसे व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई होना चाहिए।उक्त बात आदिवासी समुदाय के लोगों ने तहसीलदार से कही है।इस मामले को लेकर आदिवासियों का कहना है कि यदि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं की गई तो हम बड़ा कदम उठाएंगे।एक महिला है जो सी.एम.ओ है और वह सरकारी क्वार्टर में अकेली रहती है।उसका वीडियो क्यों बनाया,किसने बनवाया,कौन इसके पीछे है इस सब की जांच होना चाहिए।सवाल इस बात का है कि वीडियो किसने बनवाया कौन लोग हैं,इन सभी की लोकेशन कॉल डिटेल के साथ-साथ कौन-कौन से बातचीत की है,कितने समय बातचीत की है,कौन ने इस दैवेभो को भरगलाया है।ऐसा करने के लिए क्या कारण है,पर्दे के पीछे कौन है,क्यों इस वक्त आदिवासी महिला को इस प्रकार परेशान किया जा रहा है,यह जांच का विषय है।मालूम हो कि इस प्रकार का राजनीतिक षड्यंत्र रचा जा रहा है।वह भी एक महिला अधिकारी के साथ।इसके पीछे तत्कालीन सी.एम.ओ और नगर पालिका अध्यक्ष का हाथ बताया जा रहा है,क्योंकि नगर पालिका अध्यक्ष इस नगर पालिका में कुछ ऐसे दस्तावेज और महत्वपूर्ण कार्य करना चाहते थे जो नियम के विरुद्ध थे और उक्त अधिकारी ने नियम के विरुद्ध काम करने के लिए मना कर दिया था।कारण यही है इस मामले को इस प्रकार तूल देना और षडयंत्र कर किसी आदिवासी महिला के साथ इस प्रकार का घिनौना कृत्य करना यह आपराधिक श्रेणी में आता है, क्यों न इन सब पर मामला दर्ज किया जाए।इस मामले में ऑडियो वीडियो और मोबाइल कॉल डिटेल से राज खुल सकता है।

सीएमओ के बचाव में आया सर्वअर्धवार्षिकी सामाजिक संगठन,
नपा के दैवेभो कर्मचारी के विवाद पर एक नया मोड़ आ गया है । जहां सी.एम.ओ शीतल भलावी के पक्ष में सर्वअर्धवार्षिकी सामाजिक संगठन आ गया है। लोगों ने सी.एम.ओ के बचाव में  राष्ट्रपति,मुख्यमंत्री और जनजाति आयोग को तहसीलदार के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है।ज्ञापन में कहा गया है कि कर्मचारी ने सी.एम.ओ की अनुपस्थिति में उनके पर्सनल रूम की वीडियो बनाकर लोगों को भेजा।इससे श्री वैष्णव की दूषित मानसिकता प्रदर्शित हो रही है।ज्ञापन में कहा है कि आदिवासी महिला के बेडरूम में ताला खोल कर कपड़े बिखेरकर घर के पर्सनल रूम का वीडियो किसी के कहनें पर बनाकर वायरल किया।हम सभी एसटी एससी के सामाजिक लोग कर्मचारी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हैं।  ज्ञापन देने वालों में संतोष इरपाचे,अनिल उइके,दीपेश, अजय,भूपेंद्र धूर्वे,हरीओम इवने, दिलीप धूर्वे सहित अनेक लोग उपस्थित रहे ।

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