ताज ख़ान
नर्मदापुरम //
नर्मदा जयंती और नगर के गौरव दिवस पर प्रशासन भाग दौड़ करता दिखाई दिया,मां नर्मदा के जयकारों से जहां पूरा नगर भक्ति में डूबा हुआ था वहीं यातायात व्यवस्था से पूरा नगर परेशान होता रहा।लगा पुलिस प्रशासन सिर्फ रास्ता बंद करने पर आतुर है और नागरिक परेशान हैं।हद तो यह भी हुई कि कई जगहों पर क्षेत्र के निवासी खुद अपने घर पहुंचने के लिए पुलिस से निवेदन करते दिखे मुश्किलों से अपने घर तक जा पाए।मुख्यमंत्री का प्रथम आगमन था तो नगर प्रशासन ने भी कमर कसी हुई थी जहां-जहां तक नजर जा रही थी सिर्फ फ्लेक्स लगे दिख रहे थे।मुख्यमंत्री ने पहले संभागीय समीक्षा बैठक ली जहां पर हरदा पटाखा फैक्ट्री के धमाकों की बात भी हुई सवालों के घेरे आयुक्त कार्यालय की तरफ रहे, मुख्यमंत्री ने माना की गलती हुई थी।
कौन-कौन थे मौजूद
शाम 7:00 बजे के लगभग मुख्यमंत्री जलपरी में सवार होकर सेठानी घाट जल मंच पर पहुंचे मुख्यमंत्री के साँथ नर्मदापुरम ज़िले की चारों विधानसभा के विधायक डॉक्टर सीताशरण शर्मा, ठाकुर विजयपाल सिंह,प्रेम शंकर वर्मा, ठाकुरदास नागवंशी,भाजपा जिला अध्यक्ष माधव दास अग्रवाल,राज्यसभा के लिए नामित माया नारोलिया, नगर पालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव, विधायक प्रतिनिधि महेंद्र यादव,मातृशक्ति को दर्शाती महिला वार्ड पार्षदों के साथ प्रशासन के आला अफसरों का जमावड़ा रहा।
विशेष सुर्खियां
मुख्यमंत्री का काफिला जब जल मंच पर पहुंचा तब लोगों के बीच काना-फूंसी शुरू हो गई, वजह थी नर्मदापुरम की राजनीति का बड़ा चेहरा भाजपा के पीयूष शर्मा की गैरमौजूदगी जो वहां पर देखने को मिली पूछने पर पता चला कि वह बाहर हैं,वहीं उन्हीं के परिवार के भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए और प्रदेश सचिव के पद पर आसीन वैभव शर्मा की जल मंच पर मौजूदगी ने लोगों को हक्का-बक्का कर दिया,वह भी तब जब कांग्रेस के दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ का भाजपा में जाने की ख़बरें आ रही हैं लगभग तय समझा जा रहा है।ऐसे में भाजपा के जमावड़ा में वैभव शर्मा का शिरकत करना यह सवाल उत्पन्न कर रहा है कि क्या वैभव शर्मा भी भाजपा में वापसी का मन बना चुके हैं,अगर ऐसा होता है तो क्या कांग्रेस की कश्ती को छोड़ भाजपा का दामन थामेंगे वैभव शर्मा।
प्रलोभन और घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपए की घोषणाओं के साथ कई योजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास भी किया साँथ ही नर्मदापुरम में आयुष महाविद्यालय के प्रोजेक्ट का भी जिक्र किया और नर्मदापुरम को पवित्र नगरी कहकर मांस मछली के खुले में बिक्री पर प्रतिबंध की बात भी की और तो और शराब की दुकान को शहर से डेढ़ किलोमीटर दूर रखने की बात कही तभी भीड़ में से आवाज़ आना शुरू हो गई की दुकान तो डेढ़ किलोमीटर पहले से ही बाहर थी,लेकिन अब तो गली मोहल्ले चौक,चौराहों पर शराब बिक रही है। वहीं मां नर्मदा को स्वच्छ रखने के लिए 15 करोड़ देने की बात भी बोल दी।जबकि विगत 20 सालों से हर नर्मदा जयंती पर नर्मदा स्वच्छता की बात होती है लेकिन स्थिति वहीं के वहीं हैं आज तक मां रेवा के जल में गंदगी जाने से नहीं रोकी जा सकी है।पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ने तो चरण पादुकाएं तक छोड़ दी थी जिनके कार्यकाल में कोई उपलब्धि तो दूर की बात है मां नर्मदा को ही गंदगी से मुक्ति नहीं मिल पाई।
मिस यू मामा
नर्मदापुरम का गौरव दिवस और नर्मदा जयंती पर्व में शामिल अनेकों लोगों के मुख से यह बात जगह-जगह सुनाई दी की जयंती पर्व और गौरव दिवस में हमें पूर्व मुख्यमंत्री और भांजा-भांजियों के मामा लाडली बहनों के भाई शिवराज सिंह चौहान की कमी लग रही है,पिछली बार मामा ने इसी मां नर्मदा के जल मंच से लाडली बहन की घोषणा कर बहनों को शक्ति प्रदान की थी और भाजपा को विजय दिलवाई थी आज उनके बगैर गौरव दिवस बे रौनक दिखाई देता है।
(रितु दीवान ग्रहणी निवासी नर्मदापुरम )