3 सपेरे भाइयों ने 3 जंगली सुअरों का किया शिकार
डॉग टीना की मदद से 50 किलो मांस किया जप्त
तीनों आरोपी भाइयों को पकड़कर भेजा जेल
सोहागपुर // ग्राम गोपालपुर में तीन जंगली सुअर के शिकार का मामला सामने आया है। तीन भाइयों ने नवरात्र के बाद घर-परिवार, रिश्तेदारों को पार्टी देने के लिए जाल लगाकर जंगली सुअर का शिकार किया। शिकार के बाद सुअर के 50 किलो मांस को नदी की रेत में गाड़कर छिपा दिया तो वही कुछ मांस को पानी की टंकी में छुपाकर रख दिया।
शिकार की सूचना मुखबीर द्वारा फॉरेस्ट विभाग को दी तो वन अमला हरकत में आया और। एसटीआर की डॉग टीना को लेकर डॉग स्क्वाड प्रभारी पद्मसिंह और रेंजर सुमित पांडे वन अमले को लेकर ग्राम गोपालपुर पहुंचे। वन अमले द्वारा संदिग्ध जगहों की जांच की गई। डॉग टीना ने बाइक में लगे खून से सूंघकर घर में पानी की टंकी में छिपाकर रखे मांस तक पहुंच गई जहाँ से करीब एक किलो मांस जब्त किया गया।फॉरेस्ट टीम के घर पहुंचने से पहले शिकार करने वाले कमोदा पिता चेतराम मौके से भाग खड़ा हुआ। टीम ने दूसरें दिन फिर मौके पर पहुंची और आरोपी कमोदा को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपने भाई रामसिंह व पुन्नी के साथ मिलकर 3 सुअर का शिकार करना स्वीकार किया और मांस को नदी किनारे रेत में गड़ाकर छिपाना बताया। फॉरेस्ट टीम ने तीनों भाई को गिरफ्तार किया। रेत में छिपाकर रखा मांस निकलवाया और जप्त किया। वन विभाग द्वारा आरोपी तीनों भाइयों के के खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर तीनों आरोपियों को न्यायालय पेश कर जेल भेज दिया गया।
रेंजर सुमित पांडे ने बताया आरोपी कमोदा ने बताया कि कमोदा, रामसिंह व पुन्नी ने हीरापुर के पास नहर के पास जाल लगाया था। जिसमे तीन जंगली सुअर फंस गए। जिन्हें कुल्हाड़ी व हसिए से काटा। करीब 50 किलो मांस को बोरी में भरकर नदी में रेत में छिपा दिया। एक किलो मांस बोरी में रखकर बाइक से घर ले आए, जिसे पानी की टंकी में छिपा दिया।
मांस लाने के दौरान बाइक पर खून लगा हुआ था। मुखबिर से सूचना मिली कि जंगली सुअर का शिकार हुआ। सूचना मिलते ही हम डॉग स्क्वाड टीम व अमले के साथ संदिग्ध शिकारी के घर पहुंचे। इससे पहले आरोपी मौके से फरार हो। घर के सामने खड़ी बाइक में लगे खून को सतपुडा टाइगर रिजर्व की डॉग टीना ने सूंघ लिया, जिससे उसकी मदद से कच्चा मांस घर से जप्त किया।
सोहागपुर रेंजर सुमित पांडे ने आगे बताया कि तीनों आरोपी सपेरे है। पूछताछ में बताया कि घर-परिवार व रिश्तेदारों को पार्टी कराने के लिए तीन जंगली सुअर का शिकार किया था। नवमीं, दशमी की पूजन में मांस को रखते और पूजन के बाद मांस को बनाकर प्रसाद के रुप में सभी को खिलाने की तैयारी थी। इसलिए शिकार के बाद मांस को बोरी में भरकर रेत में छिपा दिया था। पार्टी देते उससे पहले ही शिकार का राज जगजाहिर हो गया। शिकार करने वाले तीनों आरोपियों को पिपरिया जेल भेज दिया गया है।