शहादत ए आक़ा इमाम हुसैन के महीने माहे मोहर्रम में बड़ी सवारी पर लगेगा आस्था का हुजूम।
ताज ख़ान
नर्मदापुरम //
ग़में सैयदुश्शौहदा मौला इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की याद मे मनाया जाने वाला माहे मोहर्रम 19 जुलाई को चाँद नज़र आते ही बड़ी सवारी बड़ी बजरिया मे अक़ीदतों के साँथ 20 जुलाई से शुरू होजाएगा, जिसमे अनेकों आयोजन होंगे।मुस्लिम समाज के आख़री नबी पैग़ंबर मोहम्मद मुस्तफा सल्लललाहोअलैहवसल्लम के नवासे आक़ा इमाम हुसैन की क़र्बला के मैदान मे हक़ और सच के लिए असत्य के खिलाफ लड़ते हुए दी गयी शहादत जो दुनिया को इंसानियत और अहिंसा का पैगाम दे रही है,जिसे मुस्लिम समाज बड़ी अक़ीदत और मोहोब्बतों के साथ मनाता है।मोहर्रम मे मौला हुसैन अलैहिस्सलाम को याद करते हुए उनके नाम पर अनेकों कार्यक्रम आयोजित करता हैं,माहे मोहर्रम की चाँद रात से लेकर 10 मोहर्रम तक होने वाले तमाम आयोजनों को लेकर मंगलवार को आज़ाद इस्लामिया कमेटी बड़ी सवारी नर्मदापुरम के द्वारा एक बैठक मुन्तख़िब(आयोजित )की गयी, कमेटी के सदर गुलाम मुस्तफ़ा ने बताया की चाँद रात को आग़ाज़े मोहर्रम पर बड़ी सवारी पर अलम (ध्वज) पेश होने के साथ शिरीन पेश की जाती है,और मोहर्रम की चार तारीख को बड़ी सवारी की अमानत खड़ी होती है, इस दिन से ज़ायरीन ज़ियारत करने पूरे जिले भर से बड़ी सवारी पर आना शुरु होते है, इसी क्रम मे मोहर्रम की 6 तारीख को कमेटी की तरफ से भव्य आल इंडिया नातिया मुशायर होता है और मोहर्रम की 7 और 9 तरीख को पूरे शहर भर की सवारियां गश्त करते हुए बड़ी सवारी पर सलामी पेश करने आती है,इसी दिन समिति की तरफ से शाम सात बजे क़ुरआनख़्वानि( क़ुरआन का पाठ) के साथ भव्य हुसैनी लंगर तक़सीम (बाँटा)जाता है,जिसमे सभी समाज के लोग शामिल होकर रूहानी फैज़ (आत्मीय लाभ) अर्जित करते है, इसी क्रम मे सेठ मोहम्मद फ़ाज़िल साहब के खानदान की जानिब से तकसीम होने वाले 10 दिवसीय खिचड़ी के लंगर को बांटने सहित इन दस दिनों तक आयोजित सभी कार्यक्रमों मे आने वाले ज़ायरीन , बुज़ुर्ग ,बच्चे , महिलाओं को अव्यवस्था न हो और बेहतर तरीके से कामो को अंजाम कैसे दिया जा सके सभी पहलुओं पर तफसील से चर्चा हुई, बैठक मे समिति के मोहम्मद शाकिर, अब्दुल मुजीब,मुहम्मद महताब ,मो जावेद,गुलाम हैदर , फैज़ान उल हक़,गुलाम मुस्तफ़ा ,मुहम्मद आमिर , गुलाम हुसैन,फैज़ान खान, गुलाम अली, मोहम्मद अली , मुहम्मद उमर, सय्यद फारुख अली,पंकज नामदेव,मो दाऊद,मो जाबिर , हसन रज़ा, शिवम साहू ,परवेज़ फ़ाज़ली,गुलशेर रब्बानी आदि उपस्तिथ रहे।