राजस्व विभाग की अनुमति के बिना हो रहा लाल मुरम का उत्खनन।
इटारसी आर्डिनेंस फेक्ट्री के पास लाल मुरम का अवैध खनन किया जा रहा है।

ताज ख़ान
इटारसी //
ज़िले में हावी होते माफियाओं पर लगाम लगाने में नाकाम प्रशासनिक व्यवस्था का फायदा उठाकर माफिया अब संवेदनशील क्षेत्रों में सक्रिय हैं। देश के प्रमुख उपक्रमों में से एक आयुध निर्माणी कारखाने के पास अब माफिया अवैध उत्खनन कर रहा है। जबकि सुरक्षा ऐसी है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता इसके बावजूद इटारसी आर्डिनेंस फेक्ट्री के पास लाल मुरम का अवैध खनन किया जा रहा है। उक्त खनन लगभग दो एकड़ की जमीन पर किया जा रहा है,जहां हरे-भरे पेड़ पौधे भी लगे हुए थे, उन्हें भी कटवा दिया गया है। अब सवाल यह उठता है कि यह किसके आदेश से या किसकी सहमति से किसने किया,इसके बारे में कोई कुछ बताने के लिए तैयार नहीं है।
दरअसल आयुध निर्माणी फैक्ट्री के पास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद यह बड़ा खेल खेला गया, यह आश्चर्य की बात है।जबकि नियमानुसार खनन के पहले खनिज विभाग की अनुमति ली जाती है, राजस्व की परमिशन ली जाती है,लेकिन यहां कोई परमिशन नहीं ली गई।जबकि उक्त क्षेत्र उत्खनन के लिये अधिकृत ही नहीं है।इसके बाद भी यह उत्खनन लगभग 2 एकड़ क्षेत्र में ऑर्डनेंस फैक्ट्री जाते समय डीएससी टर्निंग पर किया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इटारसी के पथरौटा के एक ठेकेदार ने फैक्ट्री से जुड़े कुछ अधिकारियों से मिलकर लगभग 2 एकड़ की खली और बंजर पड़ी जमीन पर मुरम का अवैध उत्खनन किया है। जिसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों तक को नहीं लगने दी गई।अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह उत्खनन कर कौन रहा है और किसके कहने से कर रहा है, यह जांच का बड़ा विषय है।
सुरक्षा की दृष्टि से पूरा क्षेत्र प्रतिबंधित है
आडिर्नेंस सुरक्षा की दृष्टि से पूरा क्षेत्र प्रतिबंधित है यहां पर चिडिय़ा भी पर नहीं मार सकती इस फैक्ट्री में सेना के लिये गोला, बारूद का रफ मटेरियल तैयार किया जाता है। जिससे यह अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित हैं। यहां पर मुरम का अवैध काला कारोबार बिना परमिशन किया गया है। उक्त जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। मालूम हो कि उक्त जगह पर लगभग एक दर्जन से अधिक हरे भरे पेड़ भी लगे हुए थे उन्हें भी काटा गया है कौन काटकर ले गया है ये नहीं मालूम, यह भी जांच का विषय है। आर्डिनेस फैक्ट्री देश की संवेदनशील फैक्ट्री है,जहां पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ बिना अनुमति के कोई गतिविधि नहीं की जा सकती है, इसके बावजूद भी यहां उत्खनन किया गया है।
इनका कहना
मामला आपके द्वारा संज्ञान में आया है। यदि अवैध उत्खनन या हरे भरे पेड़ काटे गये हैं तो यह अपराध है, पूरे मामले की जल्द जांच कराकर नियमानुसार कार्यवाही कराई जायेगी।
आशीष शर्मा, संयुक्त महाप्रबंधक आर्डिनेस फैक्ट्री।
इनका कहना
इस मामले की कोई फिलहाल जानकारी नहीं हैं। यदि प्रतिबंधित क्षेत्र में उत्खनन आदि किया जा रहा है, तो जांच कराने के बाद कार्यवाही की जायेगी।
गिरीश पाल, पीआरओ आर्डिनेस फैक्ट्री।
