रुपेश कुमार / जिला प्रमुख खबर भारतवर्ष
खबरें छपने के बाद रातों-रात साइड सोल्डरों पर डाली जा रही अवैध उत्खनन कर मोरम
औपचारिकता बनकर रह गई कटिया बारंगी रोड की जांच स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग
स्टेट हाईवे से प्रारंभ होकर बारंगी कटिया सड़क जो 5.70 किलोमीटर की बन रही है उस पर समाचार पत्र एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में खबरें छपने के बाद मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना इकाई क्रमांक 2 के कार्य क्षेत्र अंतर्गत सड़कों का कार्य देखने वाले विभागीय अधिकारियों की टीम शनिवार को जांच करने पहुंची इसके पूर्व भी स्टेट क्वालिटी मॉनिटर सुरेश श्रीवास्तव भोपाल द्वारा सोहागपुर ब्लॉक की एस एच 22 बरंगी से कटियाखापा का निरीक्षण कर उसे संतोषजनक बताया ऐसा कहना है महाप्रबंधक एमके कोरी , कैलाश झोठे सहायक प्रबंधक का, यह सभी अधिकारी पूर्व से ही ठेकेदारों को क्लीन चिट देते रहे हैं अब मामला सुर्खियों में आने के बाद केबल औपचारिकता के लिए जांच का दिखावा किया गया। हास्यप्रद बात यह है की स्टेट क्वालिटी मॉनिटर सुरेश कुमार श्रीवास्तव भोपाल को सड़कों के साइड सोल्डर प्रगतिरतपाए गए और तकनीकी मापदंडों के अनुसार किया जाना पाया गया ,साथ ही अधिकारियों ने कार्य को संतोषजनक श्रेणी प्रदान की ,परंतु मौके पर प्रतिनिधि ने देखा स्टेट हाईवे 22 से जब रोड प्रारंभ होती है उसके दोनों ओर साइड शोल्डर में पुरानी सड़क के डामर के बड़े-बड़े टुकड़े और उसी सड़क का रफ मटेरियल डाला गया है केवलारी तक पुरानी सड़क के रफ मटेरियल दिखाई देते है बारंगी और केवलारी के अंदर सीमेंट रोड बनना है
उसके बाद बारंगी से केवलारी तक नई डामर की सड़क बनाई गई है उसके दोनों ओर के साइड सोल्डर में पुरानी सड़क के रख मटेरियल के ऊपर लाल मिट्टी डाल दी गई है वही कटिया ग्राम के बाहर तक बनी डामर रोड का भी यही हाल है प्रतिनिधि ने पूरी 5. 70 किलोमीटर तक बनने वाली सड़क के दोनों तरफ वीडियो और फोटो लिए और देखा कि तकनिकी मापदंडों के अनुसार नहीं बन रहे हैं परंतु अधिकारियों को यह सब दिखाई नहीं दिया। कहीं भी साइड सोल्डरों पर पानी का उपयोग कर रोलर से नहीं दबाया गया ,शनिवार को जब अधिकारी जांच करने पहुंचे थे उसी रात में ठेकेदार शुभम दुबे के द्वारा अवैध उत्खनन करवा कर चारगांव से ट्रकों के माध्यम से मोरम डलवाई जा रही है जबकि सुहागपुर में मोरम रॉयल्टी ठेका नहीं है सड़क पर मोरम के छोटे-छोटे ढेर साइड शोल्डर पर डले नजर आ रहे हैं जिनको अभी फैलाया नहीं गया है पुराने रफी मटेरियल पर ही इसे डाल कर अपनी गलती छुपा ली जाएगी। अवैध उत्खनन के संबंध में भी सोहागपुर के तहसीलदार और एसडीएम महोदय शिकायत की गई परंतु उनके द्वारा ही कोई कार्यवाही नहीं की गई इसी प्रकार निरीक्षण टीम के एमके कोरी महाप्रबंधक कैलाश झोठे सहायक प्रबंधक और उनकी टीम ने माना कि तीन पुलिया का कार्य पूर्ण हो गया है
परंतु इस सड़क में 7 कुलियों का निर्माण होना था ऐसे में सवाल ये उठता है कि चार पुलियो का क्या हुआ वह कब और कहां बनेगी जबकि डामर रोड बना दी गई है ।वही बड़ा सवाल यह है की जब सब कुछ सही है तो जांचकर्ता अधिकारीगण मीडिया से भागते क्यो हैं जब भी महाप्रबंधक एमके कोरी को फोन लगाया गया तो उन्होंने घंटी जाने के बाद स्विच ऑफ कर लिया जांच के दौरान भी मीडिया और सड़क के आसपास बसे ग्राम वासियों को जानकारी नहीं दी गई ।आखिर मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना इकाई दो के अधिकारी ठेकेदार को बचाने में क्यों लगे हुए हैं ? जबकि मौके पर भारी गड़बड़ी दिखाई दे रही है अधिकारी सड़क पर जांच करने के दौरान स्वयं की फोटो खींच कर जनसंपर्क के माध्यम से प्रदान करने पर ही दिखाई दिए ,यह भी अच्छा है ? खबरें छपने के बाद आधिकारियों ने एयर कंडीशन से बाहर निकलकर जांच तो की, भले उन्होंने ठेकेदार के कार्य को संतोषजनक बताया ।प्रतिनिधि ने मौके पर दो जगह जांच के दौरान बनाएं गए गड्ढे देखें 5.70 किलोमीटर तक बनने वाली सड़क में साइड की ओर दो जगह गड्ढा खोदकर जांच कर इतिश्री कर ली गई औरपूरी सड़क को तकनिकी मापदंडों के अनुसार अच्छी बता दिया।
इसी सड़क पर रात में एक हादसा होते-होते बच गया सड़क पर अवैध उत्खनन कर जल्दबाजी में मोरम डाले जाने के दौरान डंपर मोरम से भरा डम्फर पलट गया संयोग से जनहानि नहीं हुई आनन-फानन में जेसीबी से एक किसान के खेत में घुसकर डंपर को निकाला गया जिसके चलते खेत में लगे किसान की फसल भी बर्बाद हो गई जब सब कुछ सही है तो रात के अंधेरे का सहारा क्यों लिया जा रहा दाल में बहुत कुछ काला नजर आ रहा है इस सड़क मामले में अधिकारियों सहित ठेकेदार की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाने की आवश्यकता है दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा