बारंगी कटिया रोड निर्माण में अनियमितताओं की खबर छापने पर मिल रही धमकियां

डब्ल्यू एम एम ग्रेडिंग एवं डामर में मिलाई जाने वाली गिट्टी की ग्रेडिंग सही नहीं, डामर का परसेंटेज भी कम

सोहागपुर। सोहागपुर ब्लॉक के में बनने वाली स्टेट हाईवे 22 से लेकर बारंगी कटिया रोड जोकि मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना इकाई क्रमांक 2 के कार्य क्षेत्र के अंतर्गत ठेकेदार के माध्यम से बनाई जा रही थी, जिसमें कई अनियमितताओं का बोलबाला है, जिसकी खबर छपने के बाद ठेकेदार के एक सब इंजीनियर जो कथित रूप से अपने आपको आठनेरे बता रहे थे, पत्रकारों को खबर ना छापने के लिए अप्रत्यक्ष रूप से धमकी दे रहे हैं जिसकी रिकॉर्डिंग पत्रकारों के पास उपलब्ध है, कथित सब इंजीनियर ने कहा कि आप लोग गलत खबर छाप रहे हैं, हमारे द्वारा सही काम किया जा रहा है, विभागीय अधिकारियों ने जांच कर ली है, “आप सभी ब्लैकमेल कर रहे हैं, आप बता दें खबरें छापएंगे या कोई रास्ता निकालें, हमारी तो कंपनी है कई डम्फर चलते हैं एक्सीडेंट होते रहते हैं कई केस चल रहे हैं एक दो मुकदमा और सही दो दो वकील है कीचड़ में पत्थर मारोगे तो तुम पर भी कीचड़ आएगा,” फोन कर्ता ने अलग अलग नंबर से फोन किया और कहा कंपनी के वकील का दिन भर यही काम है मुकदमा लड़ना, अब सवाल ये उठता है जब रोड पर मानक स्तर का कार्य किया जा रहा है तो इतनी बेचैनी क्यों ? इस सड़क के मामले की जांच दूसरे विभाग के कार्यपालन यंत्री या नेशनल क्वालिटी मॉनिटर नई दिल्ली से जांच करा ली जाए तो भ्रष्टाचार की परतें अपने आप खुल जाएंगी और जिन अधिकारियों ने ठेकेदारों को बचाने के लिए दिखावटी जांच की है, उसकी सत्यता का भी पता चल जाएगा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं क्षेत्र के विधायक विजयपाल सिंह हमेशा मंचों से कहा है भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा, गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं करेंगे ठीक से काम करना पड़ेगा, ऐसे में ठेकेदार के कथन व्यक्ति द्वारा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को खबरों के लिए धमकाना गलत है, पत्रकारों ने मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के द्वारा की गई जांच की खबर उनके द्वारा दिए गए वक्तव्य भी छापी है, परंतु अधिकारी ठेकेदार के बचाव में लगे हैं, पत्रकार कपिल मालवीय, रुपेश मेहरा, रितेश साहू के पास फोन किए गए, जिनकी रिकॉर्डिंग उनके पास है, उनका कहना है यदि भविष्य में हमारे साथ कुछ होता है, तो इसके लिए ठेकेदार एवं उनके सब इंजीनियर आठनेर जिम्मेदार होंगे, वही यदि कहीं भी गलत किया जा रहा है तो खबरें छापना उनका अधिकार है। हम डरेंगे नहीं। पत्रकारों ने कहा कि बोर्ड पर जो लिखा है और जो एक्सपर्ट से पूछा है उनके ज्ञान एवं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खबरें छापी हैं|

निर्माणाधीन सड़क में यह है गड़बड़ी—– जब पुरानी सड़क पर नई सड़क बनाई जाती है, तब पुराने डामर और रफ मटेरियल को हटा दिया जाता है, जबकि मौके पर डामर के बड़े-बड़े टुकड़े पुराना रफ़ मटेरियल गिट्टी आदि डाल दी गई है, उसके ऊपर कई किलोमीटर में लाल मिट्टी डाली गई है, शिकायत के बाद अब मुरम डालने की तैयारी है, दूसरी ओर दोनों और साइड शोल्डर पर 15 सेंटीमीटर मोटी मोरम डाली जाना है, कई जगह पर साइड सोल्डरों की चौड़ाई भी कम है, बनाई गई डामर रोड की डब्ल्यू एम एम ग्रेडिंग सही नहीं है, साथ ही डामर के मिक्सर में भी गिट्टी की ग्रेडिंग सही नही है, डामर का परसेंटेज भी कम है, निर्माणाधीन सड़क पर केवल उपरोक्त दो तीन चीजों की ही जांच नेशनल क्वालिटी मॉनिटर या अन्य किसी संस्था से कर ली जाए तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, मोरम का अवैध उत्खनन किया जा रहा है, मोरम पुराने सड़क से निकले रफ मटेरियल पर ही डाल कर दिखावा कर लिया जाएगा, इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि हमारी रोड अच्छी बनना चाहिए, हम इसकी उच्च स्तर पर शिकायत करेंगे, वही अपने आप को सुपरवाइजर और इंजीनियर बताने वाले नितिन नामक व्यक्ति ने कहा हमारी सड़क बनाने के बाद 5 वर्ष की गारंटी है कहीं कुछ गड़बड़ होगा तो सुधार देंगे, अभी हमने सड़क को हैंडोवर नहीं किया है, सड़क सही बन रही है विवाद कानूनी या सहमति किसी भी रूप में हम निपटने को तैयार है |

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