
ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
नर्मदापुरम संभाग की राजनीति के पुरोधा पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है। पार्टी में लगातार उपेक्षा के चलते वह पिछले कई दिनों से पार्टी के कार्यक्रमों से भी दूरी बनाएं थे। पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा कुछ दिनों पहले भी पार्टी छोड़ने के संकेत दिये थे, इसके बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रहीं थीं। हाल ही में शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा के विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भी नवागत भाजपाईयों द्वारा उपेक्षा का आरोप लगाते भाजपा छोड़ दी है। इसकी जानकारी शुक्रवार को स्थानीय वाटिका रेस्ट्रोरेंट में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्वयं श्री शर्मा पत्रकारों से रूबरू होते हुए दी है।
विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी लगातार सामने आ रही है, जिसका खामियाजा भाजपा को झेलना पड़ रहा है। एकजुटता की बात करने वाली भाजपा में अंदरूनी कलह जमकर उबाल मार रही है, परिणाम स्वरूप अब पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा भाजपा छोड़ने से जिले की राजनीति के समीकरण बिगड़ सकते हैं।बता दें कि नर्मदापुरम में भाजपा के कद्दावर नेता,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के बड़े भाई पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हालाकि वह कांग्रेस में जायेंगे या नहीं यह स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने कहा है कि बीते 10 साल से अधिक समय से पार्टी उनकी उपेक्षा कर रही है। संगठन में नए लोग आ गए है यह नए लोग पुराने लोगों को लगातार दरकिनार कर रहे हैं पुराने नेताओं की पूछपरख नहीं की जा रही है। कई बार लगता है कि संगठन से बातचीत की जाये लेकिन संगठन में भी कोई सुनने वाला नहीं है।
बता दें कि जनसंघ के समय से भाजपा की सेवा करने कद्दावर नेता गिरिजाशंकर शर्मा दो बार नगरपालिका अध्यक्ष, दो बार के विधायक सहित भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कई जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके है। राजनैतिक सूत्रों के अनुसार भाजपा में बड़े वरिष्ठ और पुराने नेताओं की उपेक्षा लगातार की जा रही है,जनसंघ से पार्टी का झंडा लेकर चलने वाले पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा भाजपा छोड़ने से भाजपा को नुकसान होना तय माना जा सकता हैं। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री शर्मा के भाजपा छोड़ने से करीब 500 कार्यकर्ता भी भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे सकते है।बता दें कि शर्मा परिवार का नर्मदापुरम की राजनीति में खासा दखल है। इनके छोटे भाई पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डा. सीतासरन शर्मा भी पांच बार से विधायक हैं। समूची विधानसभा में शर्मा परिवार की खासी पकड़ हैं जिसका फायदा लंबे समय से भाजपा उठाती आ रही हैं,लेकिन अब उनके द्वारा भाजपा छोड़ने से राजनैतिक समीकरण पूरी तरह गड़बड़ा गए हैं। हालाकि पूर्व विधायक श्री शर्मा ने कांग्रेस में शामिल होने के फिलहाल कोई संकेत नहीं दिए हैं ।
