नवलगांव समिति द्वारा जानकी वेयरहाउस शोभापुर में चना खरीदी की जा रही है, जिसमें सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बड़ी मात्रा में नवलगांव समिति द्वारा अमानक चना खरीदा गया है, “सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वेयरहाउस के अंदर 4 से 5 दलाल है, पैसे लेने का तरीका कुछ अलग ही है, एक व्यक्ति यदि किसी अमानक चने को रिजेक्ट करता है तो दूसरा सेटिंग करने की बात तो तीसरा पर्ची बनवाने की जिम्मेदारी लेता है, तो चौथा तुलवाने की, सूत्र का कहना यह भी है कि वेयरहाउस मालिक कई बार चने में छन्ना लगाने के लिए मना कर देते हैं कि यदि पूरे माल में छन्ना लगाएंगे तो वेयरहाउस खाली रह जाएगा, सूत्रों का कहना है कि स्टेग 1 और 2 बड़ी मात्रा में अमानक चना भंडारण किया गया है, पिछले दिनों बेमौसम हुई बरसात के कारण कई ट्रालियां जो खरीदी केंद्र पर तुलाई के लिए पहुंच चुकी थी, उनमें रखा हुआ चना अंकुरित हो गया था, इसके बाद भी समिति की मिलीभगत से अंकुरित चना भी खरीद लिया गया, ऐसे कई वीडियो एवं साक्ष सूत्रों द्वारा बताए गए हैं, जिसमें स्पष्ट रूप से जो चना तुलाई के लिए आया है उसमें बड़ी मात्रा में धूल कंकड़ मिट्टी एवं पुराना चना शामिल है |”
जानकारी के अनुसार कई बार अमानक चना भी तुलवा लिया जाता है, परंतु उसकी पर्ची नहीं बनाई जाती, यदि कोई जांच या हस्तक्षेप ना हो तो जल्द ही उस अमानक चने को स्टैग में लगा दिया जाता है। ऐसी ही एक घटना कुछ दिनों पहले हुई थी जिसमें एसडीएम एवं नायब तहसीलदार द्वारा पंचनामा बनाया गया था, जिम्मेदारी हम्मालो के ऊपर आई थी, क्योंकि उस अमानक चने की पर्ची समिति द्वारा नहीं बनाई गई थी केवल तुलाई करवाई जा रही थी।
17 मई बुधवार को भी इसी प्रकार से अमानक चना आया था जिसे समिति एवं वेयरहाउस मालिक की मिलीभगत से बिना पर्ची कटाए हम्मालो तोलने के लिए कह दिया, सूचना मिलते ही मीडिया कर्मी पहुंचे तो उन्हें बताया गया है कि अभी इस चने की पर्ची या बिल नहीं बनाया गया है इसे पता नहीं किसके कहने पर तोला जा रहा था, यह घटना बताती है कि अब तक इस प्रकार की चालाकी से जानकी वेयरहाउस में कितना ही अमानक चना भंडारण किया गया होगा, वही सर्वेयर का कहना है कि नॉन एफएक्यू चना तोला जा रहा था तब मैं वेयरहाउस में मौजूद नहीं था, तो फिर बिना सर्वेयर की मौजूदगी में भ्रष्टाचार कर हजारों कुंटल चना जानकी वेयरहाउस में स्टेग लगा दिए गए।स्पष्ट है कि चने की आवक और बेमौसम हुई बरसात के कारण चना खरीदी अब 30 मई तक बढ़ा दी गई है, सूत्र बताते हैं कि बड़ी मात्रा में व्यापारियों का चना जानकी वेयरहाउस पर पहुंच रहा है, अभी की मिलीभगत से चने की तुलाई जारी है, सूत्र द्वारा चर्चा करते हुए यह भी बताया है कि यदि अमानक या नॉन एफएक्यू चना आता है तो उसे अक्सर 6:00 या 7:00 बजे के बाद ही तोला जाता है, नाम ना बताने की इस शर्त पर सूत्र ने कई वीडियो एवं फोटो उपलब्ध कराएं हैं।