नगर पालिका की लापरवाही से हो सकती है कोई बड़ी जनहानि,नोनिहालों पर मंडरा रहा है खतरा।

ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
नर्मदापुरम शहर की सबसे पुरानी शासकीय प्राथमिक मराठी कन्या शाला एवं शासकीय प्राथमिक शाला उर्दू जो की मोरछली चौक पर स्थित है,उक्त शाला में पढ़ने वाले नोनीहालों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है,जिसमें बड़ी दुर्घटना घटित होने का अंदेशा है।शाला परिसर में लगे नीम के बहुत पुराने वृक्ष के तने शाला की छत के ऊपर फैल रहे हैं और वृक्ष धीरे-धीरे झुकता जा रहा है, जिसके तने भी बहुत बड़े हो गए हैं जो कभी टूट भी सकते हैं और उन तनों की चपेट में आने से बच्चों के साथ कोई बड़ी जनहानि हो सकती है। उसी परिसर में आंगनबाड़ी भी संचालित होती है जिसमें बच्चों और शिक्षकों का आना-जाना लगा रहता है,जो अब दिन-ब-दिन खतरनाक होता जा रहा है,वहीं शाला के सामने विद्युत विभाग की डीपी भी लगी है जिसके खुले तारों पर वृक्ष बेल और वृक्ष के तने लटक रहे हैं जो बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रहे हैं।यह सब शहर के बीचों-बीच व्यस्ततम स्थान पर हो रहा है और नगर पालिका अधिकारियों का इस और ध्यान नहीं है।बच्चों के साथ अगर कोई बड़ी घटना घट जाएगी तो यह जिम्मेदारी किसकी होगी यह सुनिश्चित करना जरूरी है,जबकि शाला के प्राचार्य से जब बात करने की कोशिश की तो उन्होंने बताया कि हमने संकुल को पत्र द्वारा अवगत करवाया है,और विभाग को भी सूचना देचुके हैं,जिसमें प्रतिलिपि नगर पालिका परिषद नर्मदापुरम को भी किया गया है, क्यूंकि कार्यवाही नपा को ही करनी है,लेकिन अब तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है और ना ही उक्त वृक्ष के तनों की कटाई हो पाई है। ज्ञात हो कि यह वह शाला है जहां से इस शहर के कई नामचीन व्यक्तित्व सहित नर्मदापुरम के वरिष्ठ और बड़े राजनेता कहे जाने वाले महान राजनीतिक व्यक्तित्व स्वर्गीय मधुकर राव हर्ने ने शिक्षा प्राप्त की है जो नर्मदापुरम के स्वर्णिम इतिहास में अपनी छाप छोड़ चुके हैं।उस शाला की अनदेखी होना यह अपने आप में संबंधित विभागों सहित नगर पालिका की कार्यप्रणाली और नगर पालिका के उदासीन अधिकारियों की कार्यशैली को दर्शाता है जो के बच्चों के प्रति इतने लापरवाह नज़र आ रहे हैं।

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