ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
संभागीय मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय नर्मदापुरम इस समय अपने सबसे विपरीत समय से गुज़र रहा है।कहने को इस शहर में कमिश्नर और कलेक्टर का दरबार सजता है और पूरे ज़िले के अधिकारियों को फरमान जारी किया जाता है। जहां सत्ताधारी दल के नेताओं का जमावड़ा लगा रहता है,जिस शहर में संपूर्ण भारत से भक्त मां नर्मदा की पावन धारा में धर्म लाभ अर्जित करने आते हैं, उस शहर सहित मुख्यालय की स्वास्थ्य सेवाओं पर आए दिन बवाल मचा रहता है।लेकिन इस बार तो लापरवाही की हदों को पार कर मानवता को शर्मसार कर दिया गया है,कलेक्टर कमिश्नर की अनदेखी से पीड़ित नगर के युवा और समाज सेवी संस्था श्री समर्पण श्री ने विगत दिनों हुई अमानवीय घटना से पीड़ित होकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है।
रविवार को संस्था के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी करते हुए जिला चिकित्सालय के मुख्य द्वार पर धरना दिया। संस्था के युवाओं ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी मुर्दाबाद के नारे लगाए,संस्था के स्वदेश सैनी ने कहा कि ज़िला अस्पताल ज़िंदा को तो दूर की बात है अब मृत शरीर को भी सुरक्षा नहीं दे पा रहा है।श्री सैनी ने बताया कि विगत दिनों एक बानापुरा निवासी युवक जिसकी सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, युवक को रात में मर्चुरी में रखा गया था,उक्त युवक के शरीर पर आवारा कुत्तों ने प्रहार कर मांस नोच लिया था ,इस अमानवीय घटना ने नर्मदापुरम नगर नहीं संपूर्ण जिले को कलंकित किया है। आज यह राष्ट्रीय समाचार बन गया है,जिसने सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर पानी फेरने का काम किया है।वह भी उस जगह की बात है जहां कलेक्टर अपने दल बल के साथ जिले को मैनेज कर रहे हैं।
जबकि हकीकत तो यह है कि अधिकारी जिस नगर में बैठे हैं वहीं की स्थितियों ने सुशासन की परतों को खोल दिया है ,यह दर्शाता है कि नर्मदापुरम ज़िला प्रशासन शून्य दिखाई दे रहा है,जो नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा नहीं दे पा रहा है,तो वह क्या नागरिकों की सुरक्षा कर पाएगा।
श्री सैनी ने कहा हमने मुख्य ज़िला चिकित्सा अधिकारी से लापरवाह कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई का निवेदन किया है,अगर हालात नहीं बदलते हैं तो हम उग्र प्रदर्शन करेंगे। हम अपनी सरकार का नाम खराब नहीं होने दे सकते हैं।
