ताज ख़ान
नर्मदापुरम//
नर्मदापुरम शहर का कचरा ग्राउंड (ट्रेचिंग ग्राउंड) गंभीर समस्या बना हुआ है,जिससे क्षेत्रवासी ही नहीं समूचा शहर प्रभावित हो रहा है। समय समय पर मीडिया ने भी इस गंभीर मुद्दे को जन प्रतिनिधियों और प्रशासन के नुमाइंदों के सामने पूरी ताक़त से उठाया।विगत वर्ष में इसको पवारखेड़ा शिफ्ट करने की कवायद भी शुरू हुई लेकिन वहां के स्थानीय लोगों के विरोध के कारण संभव नहीं हो पाया।
कलेक्टर पहुंचीं खोजनपुर।
नगर पालिका की उदासीनता के कारण लगातार उस क्षेत्र के नागरिक परेशान हो रहे थे।मामले की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को कलेक्टर सोनिया मीना ने खोजनपुर जाकर ट्रेंचिंग ग्राउंड का निरीक्षण किया। वहां की बदहाल स्थिति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए वहां उपस्थित चयनित कंपनी के कर्मचारीयों से ट्रेंचिग ग्राउंड पर कचरे के उचित प्रबंधन एवं उसको विंड रौस करने के लिए की जा रही कार्यवाही के संबंध में जानकारी ली।
नगर पालिका की लापरवाही,लोग परेशान।
कलेक्टर ने नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए, सवाल ये भी खड़ा होता है की क्या ज़िले के कप्तान को अब ये सब काम भी देखने पड़ेंगे,जबकि नगर प्रशासन को शहर व्यवस्थित करने के लिए भरसक पावर दिए हुए हैं।इसमें साफ़ दिखाई पड़ता है की नर्मदापुरम मुख्य नगर पालिका अधिकारी को इन विषयों की परवाह नहीं है।
कलेक्टर ने उक्त कंपनी को तय समय सीमा के भीतर कचरे की प्रोसेसिंग की कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए हैं।कलेक्टर ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ती है तो अधिक मशीनरी एवं श्रमिको की मात्रा को बढ़ा कर उक्त कार्य शीघ्र पूर्ण करें।कलेक्टर ने कहा है कि कचरा प्रबंधन शहर का प्रमुख मुद्दा है।इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए।
कलेक्टर का अल्टीमेटम।
कलेक्टर सोनिया मीना ने इस विशाल काय समस्या से क्षेत्रवासियों और शहर के नागरिकों को निजात दिलाने के लिए उक्त कम्पनी से दो टूक अल्टीमेटम देते हुए समय सीमा में काम करने की हिदायत दी है।कलेक्टर ने कहा समय पर काम नहीं होने की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही होगी और ज़रूरत पड़ने पर टेंडर निरस्त भी किए जा सकते हैं।
निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर असवन राम चिरामन, मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले,एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।