कलेक्टर की दूरदर्शिता से सुलझेगी जिले में पार्किंग व्यवस्था,सड़क सुरक्षा बैठक में कलेक्टर का मास्टर प्लान।

ताज ख़ान
नर्मदापुरम//इटारसी,
इन दिनों समूचे जिले में पार्किंग की तकलीफ से हर जनसामान्य व्यक्ति पीड़ित है निरंतर वाहनों की बढ़ती संख्या और बाजारों में जगह की कमी से हर नागरिक परेशान है।जिसमें संभागीय मुख्यालय नर्मदापुरम (होशंगाबाद)का तो बद से बदतर हाल है,और यह तब है जब पूरा संभागीय और जिला प्रशासन इसी शहर से आदेशों के हंटर चलाए जाते  हैं,यही नगरी धार्मिक नगरी बनने की तरफ अग्रसर है, इसी शहर से सत्ताधारी पार्टी राजनीतिक सुर्खियां बटोरती है,लेकिन इसके बावजूद यहां की ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था लोगों का सर दर्द बनी हुई है।खास तौर पर जब कोई धार्मिक आयोजन होता है तब तो स्थितियां बिल्कुल विपरीत होती हैं।

बैठक में कलेक्टर का रुख़।
इन सब विषयों पर गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक आयोजित की गई ऐसा पहली बार है कि इस मुसीबत से निजात(छुटकारा) दिलाने के लिए खुद महकमें के कप्तान यानी कलेक्टर नर्मदापुरम सोनिया मीना ने कमान संभाली है,मानो जैसे कलेक्टर ने पहले ही अपना प्लान तैयार किया हुआ था, बस पटल पर रखना ही बाकी था।कलेक्टर ने बेहद सूझबूझ का परिचय देते हुए अपने कौशल और तीव्र दूरदर्शिता के साथ पार्किंग की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक के बाद एक आलीशान प्लानिंग को जब सभा कक्ष में रखा तब लगा मानो कलेक्टर ने इस मुसीबत से जिले वासियों को निकालने का पूर्ण बंदोबस्त कर लिया है,लेकिन अब देखना ये है कि कलेक्टर सोनिया मीना ने तो अपनी बेस्ट प्लानिंग प्रस्तूत की है,लेकिन राजनीति का दंश झेल रहा जिला और संभागीय मुख्यालय में निवासरत दो बड़े राजनीतिक वृक्ष और उनके तनों को कोई तकलीफ तो नहीं होगी,क्योंकि कुछ बुजुर्गों का कहना है कि हम दो प्रतिद्वंदियों के बीच में पिस जाते हैं,इस कारण हमारे शहर की दशा और दिशा में इन लोगों के ही लोग विघ्न उत्पन्न कर देते हैं,अधिकारी बेबस बस हाथ बांध के खड़े रहते हैं।

क्या कुछ है कलेक्टर की प्लानिंग में।
कलेक्टर सोनिया मीना ने बैठक में पार्किंग की समस्या के संबंध में कहा की पार्किंग के लिए नगर पालिका अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वह एक कंसल्टेंट की नियुक्ति करें,जो पार्किंग एवं यातायात की एक ठोस योजना बनाकर देंगे,और इस योजना के अनुसार जिले में पार्किंग एवं ट्रैफिक प्लान तैयार किए जा सकेंगे।उन्होंने कहा कि पार्किंग की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग एवं मल्टी स्टोर पार्किंग की संभावना को भी तलाशा जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि एग्जैक्टिंग(मांग)पर भी विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है।कलेक्टर ने कहा की शहर में पार्किंग की जगह सीमित है,अतःसीमित जगह पर ही बेहतर पार्किंग व्यवस्था कैसे बनाई जाए इस पर कार्ययोजना बनाना ज़रूरी है।

दुकानदार भी निभाएं अपना कर्तव्य।
कलेक्टर ने कहा कि दुकानदार बेतरतीब ढंग से सड़कों को घेरे रहते हैं उन्हें समझाईश दी जाए और इसके प्रति लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाया जाए।कलेक्टर ने कहा कि इसके लिए सभी को जागरूक करना अति आवश्यक होगा।उन्होंने कहा कि एक प्लान तैयार करके जनता को हम बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकते हैं।कलेक्टर की इस मास्टर प्लानिंग ने ज़िले में लोगों का प्रशासन के अधिकारियों के प्रति नज़रिया बदलने का काम किया है।

विधायक प्रतिनिधि ने कहा।
विधायक प्रतिनिधि महेंद्र यादव ने कहा कि बड़े त्योहार पर लोग बाहर से आते हैं,तब गाड़ी पार्किंग की विशेष रूप से समस्या होती है।इसका स्थाई समाधान किया जाना चाहिए।उन्होंने बताया कि नगर पालिका ने यातायात विभाग को एक नया वाहन दिया है फिर भी यातायात व्यवस्था शहर में दुरुस्त नहीं है।

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