ऑफबीट डेस्टिनेशन मढ़ई में खुद को करें तरोताज़ा एवं तनावमुक्त, मढ़ई में योगा एवं वेलनेस रिट्रीट 2 मई और पचमढ़ी में 16 मई से होगा सेशन।

ताज ख़ान
नर्मदापुरम/
नर्मदापुरम ज़िले में सतपुडा के जंगलों में पर्यटन की अपार संभावनाएं है जो कई चीजों के लिए दुनिया मे जाना जाता है, जिसकी विश्व के नक्शे में अपनी एक खास पहचान है,साथ ही समृद्ध विरासत,संस्कृति,विविध वन्यजीवन एवं एतिहासिक धरोहरों के लिये दुनियाभऱ में प्रसिद्ध मध्यप्रदेश तेज़ी से वेलनेस एवं स्वास्थ्य पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित हो रहा है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा नर्मदापुरम ज़िले के मढ़ई में जिसकी दूरी नर्मदापुरम से 55 किलोमीटर एवं भोपाल से 150 किलोमीटर दूर स्थित ऑफबीट डेस्टिनेशन मढ़ई में योगा एवं वेलनेस रिट्रीट कार्यशाला का आयोजन गुरूवार 2 मई से किया जा रहा है। सतपुड़ा बायोस्फीयर परियोजना का एक अभिन्न अंग मढ़ई देश के सबसे समृद्ध एवं मनमोहक जंगलों में से एक सतपुड़ा के प्रवेश द्वार पर स्थित है।यहां की समृद्ध वन्य जीवन, घाँस के विशाल मैदान,सुरम्य प्राकृतिक नज़ारों के बीच बैकवाटर के दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करते है।यहां के विविध परिदृश्य,हरे-भरे जंगल,नदियां और मनोरम वादियां मन,शरीर और आत्मा को जीवंत कर देते हैं।
म.प्र. टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने बताया कि बोर्ड द्वारा साक्षी-द डिवाइन विटनेस संस्था के साथ मढ़ई के सुरम्य प्राकृतिक सौंदर्य के मध्य योग एवं मेडिटेशन रिट्रीट का आयोजन 2 मई से 5 मई तक किया जा रहा है।इस दौरान भक्ति,साधना,मेडिटेशन,प्राचीन सूर्य क्रिया,बर्ड वॉचिंग, वाइल्डलाइफ सफारी,बोटिंग, पोर्ट्री आर्ट,एवं स्टारगेजिंग जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।इसके साथ ही 16 मई से 19 मई तक पचमढ़ी में भी योगा एवं मेडिटेशन रिट्रीट होगा,जहां झरने के निकट मेडिटेशन, जटाशंकर मंदिर में भक्ति साधना, सनसेट पॉइंट पर चितशक्ति मेडिटेशन एवं जंगल ट्रेकिंग का आनंद ले सकेंगे।

विभिन्न सत्रों में होंगी गतिविधियां
ईशा फाउंडेशन प्रमाणित हठयोग शिक्षक साक्षी प्रगट द्वारा सुबह और शाम के दो सत्रों में प्राचीन सूर्य क्रिया होगी।दोपहर के सत्र में भावनात्मक स्थिरता प्राप्त करने के लिये ईशा क्रिया,मन की शांति के लिए नाड़ी शुद्धि प्राणायाम और अत्यधिक भय एवं अनियमित नींद के पैटर्न के उपचार हेतु नाद योग(ओम जप) गतिविधियां होंगी।नदी किनारे भावपूर्ण गतिविधियों में भक्ति साधना और चित शक्ति ध्यान होगा।साहसिक गतिविधियों में ⁠ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में जंगल सफारी, नेचरवॉक,स्टारगेजिंग,बर्ड वॉचिंग एवं ऑफबीट डेस्टिनेशन भ्रमण होगा।

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