ताज ख़ान
नर्मदापुरम//इटारसी
इटारसी तहसील के जन जातिय बहुल केसला ब्लाक में एस.डी.एम.जगा रहे हैं शिक्षा की ज्योत,वैसे तो केसला ब्लाक का नाम जब आता है तो जनमानस के हृदय में सुविधाओं और संसाधनों के अभाव की बात सामने आती है,खास तौर पर स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर,लेकिन इसे क्षेत्र का सौभाग्य ही कहेंगे कि इस पिछड़े क्षेत्र के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं।वहीं इटारसी अनुविभागीय अधिकारी टी.प्रतिक राव की कोशिशे भी अब धरातल पर रंग लाने लगी हैं।जब एस.डी.एम की कोशिशो से समाज सेवियों के जज़्बे और क्षेत्र एवं अपने प्रदेश के लिए कुछ करने की ललक जग रही है।
एस .डी .एम .का प्रयास।
एस.डी.एम के प्रयासों ने क्षेत्र के दूरस्थ ग्राम में संचालित विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के लिए डेस्क और बेंच का समाज सेवियों के सहयोग से इंतेज़ाम करवाया है,जहां पहले बच्चे ज़मीन पर बिछी दरी पर बैठकर शिक्षा ग्रहण करते थे,अब वहीं टेबल और चेयर पर बैठकर क्षेत्र की दशा और दिशा बदलने में सहायक सिद्ध होंगे।सूदूर ग्रामीण प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में फर्नीचरों की कमी को दूर करने के उद्देश्य से, अनुविभागीय अधिकारी(राजस्व)इटारसी टी. प्रतीक राव (IAS),तहसीलदार इटारसी शक्ति सिंह तोमर,और विकासखंड शिक्षा अधिकारी केसला श्रीमती आशा मौर्य के संयुक्त प्रयासों से 20 शालाओं के लिए कुल 405 बेंच वितरित किए गए है।
कहां किया गया सामग्री वितरण।
ऋषि इंटरप्राइजेस खेड़ा इटारसी में एक कार्यक्रम आयोजित कर सामग्री का वितरण किया गया,जिसमें समाज सेवियों का भरसक सहयोग रहा।इस पहल को साकार करने में इटारसी के कई समाज सेवियों और संस्थानों ने योगदान दिया।
किनका मिला सहयोग।
सामग्री वितरण में विशेष सहयोग सिल्वर मिस्ट रिटेल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी,मैसर्स राघवेन्द्र सिंह,वेलोसिटी माइनिंग वर्क्स एल.एल.पी कंपनी,निपुण गोठी,शिरीष कोठारी,पवन अग्रवाल, रोहित बवेजा आदि शामिल हैं।
एस .डी .एम .ने क्या कहा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित अनुविभागीय अधिकारी(राजस्व)इटारसी टी.प्रतीक राव ने अपने उद्बोधन में इस पहल के पीछे की प्रेरणा साझा करते हुए कहा कि निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थी फर्नीचर के अभाव में ज़मीन पर बैठकर अध्ययन कर रहे थे,जिससे उन्हें शैक्षणिक गतिविधियों के दौरान असुविधाओ का सामना करना पड़ रहा था।इस परिस्थिति में सुधार लाने का विचार तभी मन में आया और समाज सेवकों के सहयोग से यह संकल्प आज पूरा हो सका है।इस प्रयास से विद्यार्थियों को न केवल बैठने हेतु बेंच उपलब्ध होगी,बल्कि उनमें शिक्षा के प्रति रुचि और आत्मसम्मान की भावना में भी वृद्धि होगी।
इन्होंने कहा।
कार्यक्रम के दौरान अपने विचार साझा करते हुए सिल्वर मिस्ट रिटेल प्राइवेट लिमिटेड रेत कंपनी के प्रतिनिधि शाकिब एहमद ने कहा की एस.डी.एम के मार्गदर्शन में हमारी कंपनी ने सी.एस.आर,फंड के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए बेंच और डेस्क की व्यवस्था की है।हमारी संस्था द्वारा समय समय पर विभिन्न सामाजिक गतिविधियां संचालित की जाती रही हैं,और भविष्य में भी इस प्रकार के प्रयास जारी रहेंगे।एल के जी समूह के संस्थापक निपुण गोठी ने कहा जब ऐसे अधिकारी आते है तो छोटे शहरों में एक चेतना पैदा होती है।जरूरतमंद बच्चों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित न रहने की यह पहल सराहनीय है।पहले भी एस.डी.एम महोदय ने बच्चों को मुफ्त कोडिंग सिखाने की पहल शुरू की थी।जिससे हमें भी योगदान देने का अवसर मिला।इस आयोजन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि जब प्रशासनिक नेतृत्व और समाज का सहयोग एक साथ आता है,तो परिवर्तन केवल संभव ही नहीं बल्कि स्थाई भी बनता है।विद्यालयों में बैंचों की स्थापना केवल बैठने की सुविधा नहीं बल्कि बच्चों के बेहतर सीखने के वातावरण,आत्मसम्मान और शिक्षा के प्रति नए बदलाव का प्रतीक है।यह अभियान लगातार जारी रहेगा और भविष्य में अधिक से अधिक विद्यालयों को ज़रूरी सामग्री प्रदान की जाएगी।

