ताज ख़ान
नर्मदापुरम//इटारसी
एक तरफ जहां सत्ताधारी दल के साथ-साथ आला अफसरों पर भी विपक्ष को नजर अंदाज करने के इल्ज़ामात लगते रहे हैं,वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने इटारसी शहर से पार्टी सहित जिले के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा फूंकने का काम कर दिया है।
विगत 2 मार्च को इटारसी नगर कांग्रेस ने किराया वृद्धि, सहित अन्य मांगों को लेकर नगर पालिका का घेराव किया,जिसमें नगर कांग्रेस अध्यक्ष मयूर जायसवाल, जिला अध्यक्ष शिवाकांत (गुड्डन)पांडे युवा कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता गुफरान अंसारी,सहित कांग्रेस के अन्य पदाधिकारीयों और बड़ी तादात में कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।एक सधी हुई रणनीति के साथ कांग्रेस सड़क पर उतरी।
_क्या ये वही कांग्रेस है?_
जब प्रदर्शन चलरहा था तो देखने वालों ने ये क़यास लगाए कि क्या यह वही कांग्रेस है जिसको खत्म होने वाली पार्टी कहा जा रहा था।सत्ता में न होने के बावजूद हर एक कार्यकर्ता में जुनून साफ दिखाई दे रहा था।एक वरिष्ठ नेता ने प्रदर्शन पर अपनी टिप्पणी करते हुए कहा कि जब क्रांतिकारियों के दलों ने आज़ादी की लड़ाई लड़ी तब ऐसे ही नए चेहरों ने उसका नेतृत्व किया था।जिन्होंने देश की दशा और दिशा को बदलकर रख दिया था।आज वही नज़ारा देखने को मिल रहा है।जहां युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुफरान अंसारी अपनी पार्टी को ताकत देते नगर पालिका घेराव में अग्रिम पंक्ति में लड़ते हुए दिखाई दिए,वहीं युवा ऊर्जावान इटारसी कांग्रेस नगर अध्यक्ष मयूर जायसवाल ने पूरी टीम का नेतृत्व किया और साथियों में ऊर्जा भरते हुए नज़र आए,कांग्रेस जिला अध्यक्ष शिवाकांत(गुड्डन)पांडे मानो पूरी टीम कांग्रेस के साथ कांधे से कांधा मिलाते हुए दिखाई दिए,सांथ ही अन्य पदाधिकारी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन में अपनी ताकत झोंकी।
_याद आए पूर्व ज़िला अध्यक्ष।_
यहां पर एक नेता को याद करना भी अत्यंत आवश्यक है,जिसने लगातार जिलाधीश से लेकर जिले के रसूखदारों से सीधे लोहा लिया हुआ है। यह कहना भी गलत नहीं होगा कि जिसने चुनाव हार कर भी जीता है,जिनकी लोकप्रियता आज भी कांग्रेसी खेमें में देखी जा सकती है,हम बात कर रहे हैं कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष पुष्पराज पटेल की जो आज भी अपने तीखे अंदाज़ में पूरे जिला प्रशासन सहित विधायक को भी परेशान किए हुए हैं।उनके तीखे प्रहारों ने भी ज़िला प्रशासन के माथे पर लखीर खींची हुई हैं।
_कांग्रेसी नेताओं में खासी लोकप्रियता और चर्चा का विषय बन गया है।_
यह और बात है कि इटारसी के नगर पालिका घेराव से हासिल कुछ नहीं हुआ है,लेकिन जिस रणनीति से कांग्रेस ने अपनी वापसी करनी चाही है,वह उस मंसूबे में कामयाब होती दिख रही है,जो पूरे नर्मदापुरम जिले में कांग्रेसी नेताओं में खासी लोकप्रियता और चर्चा का विषय बन गया है।संपूर्ण जिले में आम नागरिकों में भी इस प्रदर्शन ने मानो जान फूंकने का काम किया है।
हर चौक चौराहों पर यह सुना जा सकता है कि यह बेलगाम सत्ताधारी दल और उनके अधीन कार्य कर रहे जिले के वरिष्ठ और कनिष्ठ अधिकारियों पर लगाम लगाने के लिए विपक्ष को मजबूत होना जरूरी था,जो इस विरोध प्रदर्शन से मज़बूत होता प्रतीत होता है।अब देखने वाली बात यह है कि विपक्ष के नाम से रोने वाली जनता इस विरोध प्रदर्शन को किस नज़रिये से देखती हैं,क्योंकि कुछ लोगों द्वारा यह भी ट्रेंड चलाया गया कि यह सब सुनियोजित प्रदर्शन था जो सत्ताधारी दल को विश्वास में लेकर किया गया था।इसका जवाब देते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता गुफरान अंसारी ने कहा अगर यह सुनियोजित होता तो हमें गिरफ्तार कर दो घंटे अनुविभागीय अधिकारी इटारसी द्वारा बिठाया नहीं जाता,और मुख्य नगर पालिका अधिकारी सामने आकर ज्ञापन लेते ना की ऑफिस में बुलाकर।
अपनी बेबाक शैली में प्रतिक्रिया देते हुए नगर अध्यक्ष मयूर जायसवाल ने कहा कि यह अभी शुरुआत है,हम जनता और व्यापारियों के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे, अगर हमारी मांगों को सुना नहीं जाता है,या निराकरण नहीं किया जाता है,तो हम आगे भी कांग्रेस परिवार के साथ जनता के हितों के लिए सड़कों पर उतरेंगे और न्याय की लड़ाई लड़ेंगे।
_क्या कहा पूर्व विधायक ने।_
इस पूरे विरोध प्रदर्शन की सराहना करते हुए पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंडित गिरजा शंकर शर्मा ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है,जब संख्या बल में कम और निरंतर हाशिये पर रहने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के योद्धाओं ने अपने कुशल नेतृत्व का परिचय दिया है,जो निश्चित ही काबिले तारीफ है और यह शंखनाद है,जो सत्ताधारी दल की जड़ों को कमजोर करने का काम करेगा।में शुभकामनाएं देता हूं कांग्रेस के सभी ऊर्जावान कार्यकर्ताओं और पदाधिकारीयों को जिनके प्रयासों ने विपक्ष की मजबूती को चरितार्थ किया है,और नर्मदापुरम जिले में एक नई राजनीति का सूर्य उदय किया है।